*महुआ बिनने वालों से जंगल में आग न दूरी, वनमंडल केशकाल ने की अपील*
R,k भारत न्यूज़ नेशन राजमन नाग फरसगांव
*कोंडागांव, 28 फरवरी 2025/* वर्तमान में बच्चों के समूह को देखने के लिए पेड़ों के नीचे की तरफ जाने वाली आग की रेखाएं गिरती हैं। साथ ही साल बीज सीजन में साल बीज एक साथ कर वन क्षेत्र में जलाये जाने के कारण, तेंदूपत्ता संग्रहकर्ता के लिए बूटा कटाई के दौरान अच्छे पत्ते प्राप्त करने की दृष्टि से अज्ञानतावश जलाये जाने के कारण उसे बिड़ी-सिगरेट या ज्वलनशील प्रदार्थ को मार्ग के किनारे से वनों में आग की लपटों की आपूर्ति होती है।
जहाँ एक ओर प्राकृतिक पुनरुत्पादन के लाखों वृक्ष नष्ट हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वृक्षों के काष्ठ की गुणवता भी प्रभावित होती है। अग्नि से छोटी-छोटी औषधियां जल कर नष्ट हो जाती हैं और अग्नि से जीव भी प्रभावित होते हैं।
वन मंडल के अधिकारी केशकाल ने बताया कि अग्नि सुरक्षा नियंत्रण एवं संयुक्त वन प्रबंधन समिति के सदस्यों की टीम द्वारा अग्नि सुरक्षा के संबंध में क्षेत्रीय स्तर पर अग्नि सुरक्षा के संबंध में, ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक सप्ताह के बाजार में नुक्कड़ नाचा के माध्यम से आम जनता के बीच प्रचार-प्रसार कर लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है एवं वन मंडल स्तर पर फ़ोयर कन्ट्रोल सेल स्तर का निर्माण किया गया है। वनमंडल केशकाल द्वारा पुनर्प्रकाशित से जापानियों से जंगलों में आग न लगने और वनों को आग से बचाने की अपील की गई है।