* कभी सिर्फ हथियार पकड़ना जानते थे, लाल गलियारों को छोड़ कर,ये हाथ अब लिखेंगे पड़ेंगे ,,*,,,,,,,,,,*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*
कवर्धा::::::::छत्तीसगढ़ में लाल आतंक के गलियारों को छोड़कर आने वाले आत्मसमर्पित नक्सली अब शिक्षा की राह में नया अध्याय लिखने जा रहे है।
इस साल होने वाली ओपन की परीक्षा में कवर्धा जिले से 6 नक्सली हिस्सा लेंगे। इसके लिए जिला पुलिस उन्हें निशुल्क ट्यूशन भी देगी और उन्हें परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
आत्मसमर्पित नक्सलियों को शिक्षा से जोड़ने का पूरा श्रेय पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह को जाता है।
उनके निर्देश पर कबीरधाम पुलिस आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
इसी दिशा में कबीरधाम पुलिस ने 6 आत्मसमर्पित नक्सलियों को ओपन परीक्षा का फार्म भरवाया है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह ने जानकारी दी है कि कबीरधाम पुलिस द्वारा कराए गए 6 आत्मसमर्पित नक्सली करन हेमला, अनीता हेमला, मगलू वेको, राजे वेको, लिबरी कोरराम और लक्ष्मी को शिक्षा के मुख्यधारा से जोड़ते हुए ओपन परीक्षा का फार्म भरवाया गया है।
डॉ उमेद कहते हैं शिक्षा विकास का मुख्य मार्ग है, शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है।
इसलिए पुलिस विभाग आत्मसमर्पित नक्सलियों को निःशुल्क कोचिंग भी दी जाएगी। वे आगे बताते हैं कि शासन की योजना के तहत आत्म समर्पित नक्सलियों को स्वरोजगार से जोड़ते हुए रोजगार मूलक प्रशिक्षण कराया जा रहा है ।