* आरक्षण को लेकर राज्यपाल का बड़ा बयान, कहा सीएम को विशेष सत्र के लिए लिखा था पत्र, आरक्षण का मुद्दा राजनीतिक नहीं, सभी समुदाय को मिलना चाहिए अधिकार*,,,,,,,,,,,,*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*
रायपुर:::::::: छत्तीसगढ़ में आरक्षण का मुद्दा गरमाया हुआ है। राज्य की मुख्य पार्टियां कांग्रेस-भाजपा आमने सामने है। आरक्षण के मुद्दे को लेकर ही विधान सभा का विशेष सत्र बुलाया गया है।
विधानसभा विशेष सत्र शुरू होने से पहले राज्यपाल अनुसुईया उइका का बड़ा बयान सामने आया है।
उन्होंने कहा कि पहले ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस मुद्दे को लेकर चिट्ठी लिखी थी। क्योंकि यह बेहद ही गंभीर विषय है।
पूरे प्रदेश में भी इसका जन आंदोलन सारे सामाजिक और राजनीतिक संगठनों का विरोध देखा जा रहा था। सभी की ओर से इसे यथावत रखने की मांग की गई है। मैंने भी कहा कि जो भी हाईकोर्ट में हुआ है इसके लिए सरकार को कोई न कोई कदम उठाना चाहिए।
इसके लिए सरकार अध्यादेश लाए या विधानसभा का सत्र जल्द से जल्द इसका समाधान करें। उसी के दिशा में सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया है। मैं समझती हूं की कोई न कोई ठोस निर्णय एक या दो तारीख को आ जाएगा। चूंकि इसमें कोई राजनीति नहीं है।
सारे राजनीति दल एक मत होकर इस पर समहती जताए। क्योंकि सबका जाति के आधार पर आरक्षण होना चाहिए।
गठन किए गए आयोग ने जो भी रिपोर्ट सौंपी है। उसमें जितने भी जनसंख्या है। उस आधार पर आरक्षण होना चाहिए।