प्रकृति परीक्षण कराकर स्वास्थ्य एवं समृद्ध भारत के निर्माण में योगदान दें – बिपिन मांझी
नारायणपुर, 20 दिसम्बर 2024// प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 29 अक्टूबर 2024 को नवमें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर देशव्यापी देश का प्रकृति प्रशिक्षण अभियान का शुभारंभ किया गया था। इस अभियान के अंतर्गत मोबाइल एप्लीकेशन के द्वारा आयुर्वेद चिकित्सक आयुर्वेदिक सिद्धांत अनुसार प्रकृति वात, पित्त, कफ का परीक्षण करेंगे। यह अभियान संविधान दिवस 26 नवंबर 2024 से आरंभ होकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी की जयंती 25 दिसंबर 2024 तक संपन्न होना है।
इसी तारतम्य में आज कलेक्टर बिपिन मांझी का प्रकृति परीक्षण, अभियान के जिला समन्वयक डॉ लालचंद साहू एवं जिला सह समन्वयक डॉ बीना खोबरागड़े द्वारा प्रकृति परीक्षण किया गया। कलेक्टर श्री बिपिन माझी ने कहा कि प्रकृति परीक्षण अभियान से सभी जुड़कर अपनी प्रकृति जाने और सही जीवन शैली अपना कर स्वस्थ और समृद्ध भारत के निर्माण में योगदान दें। उन्होंने नगर वासियों से अपील की कि प्रधानमंत्री के इस महत्वपूर्ण अभियान का हिस्सा जरूर बने। इससे नागरिकों को स्वयं का डिजिटल प्रकृति कार्ड प्राप्त होगा।
शरीर में वात, पित्त, कफ की पहचान के लिए आयुष मंत्रालय ने प्रकृति परीक्षण एप तैयार किया है। इस एप की मदद से लोगों से स्वास्थ्य की जानकारी मांगी जाती है और फिर उन्हें उनकी प्रकृति बताई जाती है। 26 नवंबर से शुरू इस प्रकृति परीक्षण अभियान के तहत राज्य के 15 लाख नागरिकों के आयुर्वेदिय सिद्धांत अनुसार प्रकृति वात, पित्त व कफ का परीक्षण मोबाइल एप्लीकेशन के द्वारा किया जाएगा। क्योंकि इन तीनों प्रकृतियों की अधिकता या कमी के कारण शरीर में बीमारी आती है। प्रकृति की जानकारी होने पर व्यक्ति अपने खान-पान और दिनचर्या में सुधार कर लें, तो उन्हें अस्पताल तक पहुंचने की नौबत ही नहीं आएगी। प्रकृति परीक्षण एप को किसी भी एंड्रायड फोन पर डाउनलोड किया जा सकता है और आयुर्वेद चिकित्सक द्वारा अपना प्रकृति परीक्षण कराया जा सकता है।