- गौरतलब है कि, पिछले दिनों क्षेत्र के परिवहन संचालकों ने पूर्व विधायक बाफना से मिलकर अपनी समस्या से उन्हें अवगत कराया था जिसपर बाफना ने प्रदेश की भाजपा सरकार के समक्ष उनकी मांग उठाने का आश्वासन भी दिया था। इसी तारतम्य में पूर्व विधायक बाफना ने आज मुख्यमंत्री को पत्राचार किया।
- बता दें कि, कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के दौरान महामारी के पहले और दूसरे फेज की रोकथाम एवं प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से जब पूरे देश सहित राज्य में वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई थी। उस दौरान न केवल वाहन सड़कों से बाहर थे बल्कि गैराजों में ऐसे ही खड़े रहे, क्योंकि उनके परिचालन की अनुमति नहीं थी जिससे परिवहन व्यवसाय से जुड़े लोगों का व्यापार भी खासा प्रभावित हुआ था।
- पूर्व विधायक बाफना ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि, कोरोनाकाल के पश्चात् जब स्थिति सामान्य हुई तो बाजार में मंदी का दौर भी था जिसकी वजह से वाहन स्वामी व संचालक कोरोनाकाल की अवधि दो वर्षों का मोटर व्हीकल टैक्स, रोड टैक्स, परमिट टैक्स व परिवहन पर लगने वाले अन्य टैक्स की अदायगी नहीं कर पाए और उन पर अब टैक्स के साथ ही लाखों रूपये की पैनाल्टी भी लग चुकी है। इस प्रकार वाहन के मूल टैक्स की राशि के साथ लाखों रूपये की पैनाल्टी भी अब तक बकाया है।
- बाफना ने वाहनों के बकाये टैक्स पर लगी पैनाल्टी (विलंब संदाय) के बोझ से जूझ रहे वाहन स्वामियों व संचालकों को सरकार की ओर से राहत देने की अपिल करते हुए कोरोनाकाल के दरम्यान दो वर्षों का वाहनों पर लगने वाले टैक्स की पैनाल्टी (विलंब संदाय) को शत्-प्रतिशत माफ करने की मांग की है। और कहा है कि, सरकार के इस कदम से न केवल वाहन स्वामियों द्वारा बकाये टैक्स की पूरी रकम एकमुश्त अदायगी में तेजी आयेगी, बल्कि इससे राज्य शासन को बड़े स्तर पर राजस्व की भी प्राप्ति होगी।