मुख्य सचिव ने धान खरीदी के संबंध में अधिकारियों की बैठक ली, सभी केन्द्रों में धान खरीदी की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश राज्य में एक नवम्बर से शुरू होगी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी,

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मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना, धान खरीदी पंजीयन को लेकर किसान हो रहें हैं परेशान,

मुख्य सचिव ने धान खरीदी के संबंध में अधिकारियों की बैठक ली,

सभी केन्द्रों में धान खरीदी की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश

राज्य में एक नवम्बर से शुरू होगी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी,

छत्तीसगढ़ के महासमुंद :- मुख्यमंत्री की घोषणा,1 नवम्बर से धान खरीदी की जाएगी जिसको लेकर मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने मंत्रालय महानदी भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक लेकर आगामी एक नवम्बर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तैयारियों के संबंध में समीक्षा की।
ठीक उसके विपरीत महासमुंद जिले में मुख्यमंत्री मुख्यसचिव के आदेशों को दरकिनार करते हुए महासमुंद जिले में धान खरीदी को लेकर अभी तक पंजीयन का कार्य शूरू नही हुआ है जिससे किसान परेशान हैं,

आप को बतादें खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में एक नवम्बर से धान की खरीदी शुरू होगी। बैठक में किसान पंजीयन, धान का रकबा, गिरदावरी, कस्टम मिलिंग, धान परिवहन वित्तीय व्यवस्था सहित धान खरीदी के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की तैयारी की समीक्षा की गई। खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में 110 लाख मीटरिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। धान खरीदी के लिए नये किसानों का पंजीयन 31 अक्टूबर तक होगा।

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को हर हाल में एक नवम्बर से पहले तक राज्य के सभी उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक नवम्बर से धान खरीदी को ध्यान में रखते हुए सभी समितियों में बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने समितियों को बारदाने की आपूर्ति करते समय अधिकारियों को इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखने के निर्देश दिए कि जिन समितियों में धान की आवक ज्यादा होती है, वहां बारदाना आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में की जाए। किसानों से खरीदे जाने वाले धान के एवज मेें एक नवम्बर से ही राशि का भुगतान किसानों के खाते में किए जाने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए गए।
जिसके विपरीत जिला महासमुंद के
सेवा सहकारी समिति बावनकेरा पंजी क्रमांक 986 ग्राम सेवक संशोधन के लिए किसान सोसायटी और ग्राम सेवक के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन यहां कोई ग्राम सेवक है नहीं कोई सोसाइटी के कर्मचारी किसानो को परेशानी का भरपूर सामना करना पड़ रहा हैं? इस परेशानी के विपरीत एक समस्या यह भीं है की ग्रामीण सेवा सहकारी समिति मर्यादित बावनकेरा के कर्मचारीयों को विगत 26 माह का वेतन नहीं मिला है जिसके कर्मचारी मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान है प्रशासन को अनेकों बार समिति द्वारा पत्राचार के माध्यम से अवगत कराया गया है जिसके उपरांत आज तक. किसी प्रकार की भुगतान से सम्बंधित कार्यवाही नहीं की गई है शासन के आदेशानुसार 1 नवंबर से धान खरीदी होना है लेकिन यहाँ कोई भी कर्मचारी काम करने के लिए इच्छुक नहीं दिखाई देता है 7 पंचायत में 13 गांव आश्रित है बावनकेरा सोसायटी के व्यवस्थापक अशोक साहू भीं अपने कार्य के प्रति इच्छुक नहीं दिखाई दे रहे है?वही गॉव के ग्राम सेवक अतुल खरे भीं नादारत दिखाई दे रहे है?

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