उत्तर बस्तर कांकेर 13 अगस्त 2022ः-जिले के 15 गौठानों को हब के रूप में विकसित किया जायेगा। इन गौठानों में लोगों की मांग एवं उपलब्धता के आधार पर गतिविधियां संचालित की जायेगी तथा उस अंचल के अन्य गौठानों को इन गौठानों से सम्बद्ध किया जायेगा। हब के रूप में विकसित होने वाले गौठानों को शुरूआत में आर्थिक मदद दी जायेगी, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और उसके बाद स्वयं अपने गतिविधियों का संचालन कर सकें। ग्रामीणों की आजीविका एवं आय में वृद्धि के लिए जिले में गौठानों के लिए कलस्टर आधारित विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) तैयार किया गया है, जिसका विमोचन प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा आज चारामा में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस एवं सामाजिक समरसता के अवसर पर किया गया।
जिले के विकासखण्ड कांकेर के बेवरती, पोटगांव एवं सरंगपाल, नरहरपुर विकासखण्ड के राजपुर, श्रीगुहान एवं सरोना, चारामा विकासखण्ड के कसावाही, सराधुनवागांव, गितपहर एवं लखनपुरी, कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के डोंडे, अंतागढ़ विकासखण्ड के पोड़गांव, दुर्गूकोंदल विकासखण्ड के लोहत्तर और भानुप्रतापपुर विकासखण्ड के चिल्हाटी गौठान को हब के रूप में विकसित किया जायेगा तथा कलस्टर में सम्मिलित अन्य गौठानों को इससे सम्बद्ध किया जायेगा। प्रत्येक चयनित गौठानों में अलग-अलग गतिविधियां जैसे-मुर्गी पालन, सुकर पालन एवं पशु आहार निर्माण इकाई, केज सिस्टम द्वारा लेयर फार्मिंग (अंडा उत्पादन), सब्जी उत्पादन, बटेर पालन, प्रसंस्करण इकाई (लघु धान्य, दोना-पत्तल, पोहा प्रसंस्करण), वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन इकाई, बकरी पालन, सुकर पालन (आजीविका केन्द्र), मछली पालन, कृषि यंत्र सेवा केन्द्र, वर्षभर चारा उत्पादन इकाई इत्यादि के लिए गौठानों को हब के रूप में विकसित किये जायेंगे। जिसका डीपीआर तैयार किया गया है, जिसे मुख्यमंत्री द्वारा विमोचन किया गया
जिले के 15 गौठान होंगे हब के रूप में विकसित, मुख्यमंत्री श्री बघेल ने किया डीपीआर का विमोचन
जिले के 15 गौठान होंगे हब के रूप में विकसित,
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने किया डीपीआर का विमोचन