बीजापुर में साहित्य परिषद के गठन की मांग रखी स्थानीय कवियों ने
*ज्ञापन के साथ जिलाधीश को भेंट किया साझा संकलन काव्य शतक पुस्तक*,,,,,,,
,,,,,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,,
बीजापुर,,,,,,,,,,,,, बीजापुर में साहित्य को बढ़ावा देने के लिए तथा नई प्रतिभाओं को उपयुक्त मंच प्रदान करने के उद्देश्य से साहित्य परिषद का गठन हो इस हेतु बीजापुर राजभाषा आयोग की जिला समन्वयक एवं साथी कवियों ने जिला कलेक्टर अनुराग पांडेय से मिलकर मांग किया। स्थानीय कवियों ने नवपदस्थ जिलाधीश को पुष्प गुच्छ भेंटकर उनका स्वागत अभिनंदन किया और साथ ही स्थानीय कवियों की स्वरचित कविताओं का साझा संकलन काव्य शतक और मांग पत्र भेंट कर बीजापुर की साहित्यिक पृष्ठभूमि से अवगत कराया। बीजापुर में खेल अकादमी बनने के बाद जिस प्रकार जिले में खेल एवं खिलाड़ियों ने देश विदेश में अपनी प्रतिभा का डंका बजाकर जिले का नाम रौशन किया है ठीक वैसे ही साहित्य में रुचि रखने वाले स्कूली बच्चों के साथ आंचलिक कवियों को भी अपनी प्रतिभा निखारने का मौका मिल सके जिसके लिए साहित्य परिषद का गठन का मांग किया गया। युवा पीढ़ी और नवांकुर कवियों को मोबाईल की आदत से बाहर निकालकर किताबों से जोड़ने के लिए उपयुक्त अवसर मिले , जिले में साहित्यिक कार्यक्रम और कार्यशाला आदि गतिविधियां संचालित किसी एक निश्चित स्थान हों इसके लिए भवन की आवश्यकता के साथ प्रशासन की भागीदारी हेतु सकारात्मक चर्चा किया गया । राजभाषा आयोग की जिला समंवयक श्रीमती गायत्री ठाकुर के नेतृत्व में जिला के कवि राजबाबू बीरा, जीवनलाल साहू एवं अमितेश तिवारी ने भेंट किया । जिला कलेक्टर ने स्थानीय कवियों को साहित्य जगत में आगे बढ़ते रहने के लिए शुभकामनाएं दिया और आपेक्षित सहयोग करने का आश्वासन दिया।