*माओवाद विचारधारा का साथ छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने पुलिस के समक्ष किया आत्मसमर्पण*,,,,,,,,,,,,* दीपक मरकाम की रिपोर्ट*
बीजापुर::::::::::::भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) उसूर एरिया कमेटी अन्तर्गत गलगम मिलिशिया सदस्य एवं सीएनएम सदस्य का पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण ।
छ0ग0 शासन की पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर उसूर एरिया कमेटी अन्तर्गत गलगम आरपीसी मिलिशिया सदस्य मंगू नुप्पों पिता जोगा नुप्पो उम्र 26 वर्ष जाति मुरिया निवासी गलगम वेंगुपारा थाना उसूर जिला बीजापुर,
गलगम सीएनएम सदस्य हड़मा नुप्पो पिता कोसा नुप्पो उम्र 22 वर्ष जाति मुरिया निवासी वेंगुपारा थाना उसूर जिला बीजापुर द्वारा आज दिनांक 09/09/2023 को पुलिस अधीक्षक बीजापुर श्री आंजनेय वार्ष्णेय, उप पुलिस अधीक्षक आप्स श्री सुदीप सरकार, उप पुलिस अधीक्षक श्री विनीत साहू के समक्ष माओवादियो की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार, उपेक्षा एवं प्रताड़ना से तंग आकर तथा छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया ।
मंगू नुप्पो पिता जोगा , माओवादी संगठन में कार्य का विवरण,,,,,,,,,
वर्ष 2009 में गलगम आरपीसी में बाल संघम सदस्य के पद पर संगठन में शामिल हुआ ।
वर्ष 2011 में गलगम मिलिशिया सदस्य का कार्य दिया गया ।
माओवादियों के लिये चांवल दाल एकत्रित करना, संत्री/पेट्रोलिंग, पुलिस बल की रेकी करना, मीटिंग के लिये ग्रामीणों को एकत्रित करने का कार्य आदि , उक्त के विरूद्ध थाना उसूर में 01 स्थाई वारंट लंबित है ।
*महत्वपूर्ण घटनाओं में शामिल*
वर्ष 2019 में उसूर- गलगम मार्ग पर गडढा खोदकर मार्ग अवरूद्ध करने की घटना में शामिल ।
*हड़मा नुप्पो पिता कोसा , माओवादी संगठन में कार्य का विवरण*
वर्ष 2016 में गलगम आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष द्वारा बाल संघम के पद पर संगठन में भर्ती किया गया ।
वर्ष 2019 में संगठन में सीएनएम सदस्य का कार्य दिया गया ।
थाना उसूर में उक्त के विरूद्ध अपहरण एवं मारपीट की धारा में 01 स्थाई वांरट लंबित है ।
*संगठन छोड़ने का कारण*
संगठन में कार्यो की उपेक्षा करने एवं भेदभाव पूर्ण व्यवहार से त्रस्त होकर एवं छ0ग0 शासन की आत्मसमर्पण नीतियों से प्रभावित होकर भारत के संविधान पर विश्वास रखते हुए उसूर एरिया कमेटी अन्तर्गत उपरोक्त माओवादियों द्वारा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया गया ।
उपरोक्त माओवादी द्वारा आत्मसमर्पण करने पर इन्हें उत्साहवर्धन हेतु शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत् 25000 -25000 रूपये (पच्चीस हजार रूपये) नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान किया गया।