राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा देशवासियों के जख्मों पर मरहम – विक्रम मंडावी ,,,,,,,
,,,,,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,,
भारत जोड़ो यात्रा ने देश को संदेश देने में सफल “नफरत छोड़ो, भारत जोड़ो” – विक्रम मंडावी
बीजापुर,,,,,, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार ज़िला कांग्रेस कमेटी बीजापुर ने 06 सितंबर को ज़िला मुख्यालय बीजापुर में प्रेस वार्ता आयोजित कर आगामी 07 सितंबर को ज़िला मुख्यालय बीजापुर में होने वाली “भारत जोड़ो” पद यात्रा की जानकारी दी है। इस दौरान भारत जोड़ो पद यात्रा के ज़िला प्रभारी एवं बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि हम सब राहुल गांधी जी की भारत जोड़ो यात्रा की 07 सितंबर को वर्षगांठ मनायेंगे। देश के वर्तमान हालात में जब क्षेत्रियता, धर्म, सांप्रदायिकता के नाम पर देश की सत्ता में बैठे हुये लोग राजनीति कर रहे है वैसे में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा देश के लोगों के सामने एक नई उम्मीद लेकर सामने आई थी। जब देश चलाने वाली दल सत्ताधीश और हुक्मरान आम आदमी की जरूरतों शिक्षा, रोजगार को पीछे धकेल कर धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण की राजनीति को बढ़ावा दे रहे है तब उस समय कांग्रेस जैसी जन सरोकारी वाली पार्टी का यह नैतिक और राजनैतिक कर्तव्य हो जाता है कि वह देश को बचाने देश की एकता और अखंडता को बचाने के लिये भारत जोड़ो जैसा महाअभियान चलाये भारत जोडो यात्रा का यही उद्देश्य था ।
विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि पिछले साल 7 सितंबर 2022 को हमारे नेता राहुल गांधी जी ने ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी जो भारत के किसी भी राजनेता द्वारा अब तक की सबसे लंबी पदयात्रा है। 4,081 किलामीटर, 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों, 75 जिलों और 76 लोकसभा क्षेत्रों की 136 दिनों की यात्रा ने लोगों के मन पर एक अमिट छाप छोड़ी है। लाखों लोग प्रेम और एकता के साथ धर्म, समुदाय, जाति आदि की परवाह किए बिना हर भारतीय को एकजुट करने की राहुल जी की अटूट भावना से मंत्रमुग्ध थे। उनकी यह विचारशील पहल समय की मांग थी, जिसने मूल रूप से हमारे देश में राजनीति की दिशा बदल दी। विशेष रूप से यात्रा के बाद कर्नाटक का चुनाव परिणाम, कांग्रेस पार्टी को सत्ता में वापस लाने की लोगों की सामूहिक इच्छा की एक उत्कृष्ट अभिव्यक्ति थी । विक्रम मंडावी ने आगे कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा देशवासियों के जख्मों पर मरहम थी। जिन राज्यों से यह यात्रा गुजरी वहां के नागरिकों ने महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी, किसानों की बदहाली जैसे मुद्दो पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के द्वारा चलाई जा रही मुहिम को पूरा समर्थन दिया। लोग राहुल गांधी से मिलने के लिये उतावले रहते थे। हजारो लोग पैदल चलते तथा रास्ते में, घरों की छत पर खड़े होकर स्वागत करने को तत्पर रहते थे। यह राहुल गांधी और कांग्रेस के प्रति लोगों के प्यार और समर्पण की अभिव्यक्ति थी । भारत जोड़ो यात्रा के दौरान, देशभर में राहुल जी ने 100 से अधिक बैठक समूह बातचीत, 275 योजनाबद्ध पैदल बातचीत, 100 छोटी सभाएं, 13 विशाल सार्वजनिक सभाएं, 12 प्रेस कांफ्रेंस और अनगिनत आम बैठकों के माध्यम से हमारे करोड़ों साथी देशवासियों के साथ अपने विचारों का आदान-प्रदान और साझा किया था। यात्रा ने देश के ज्वलंत मुद्दों को संबोधित किया, जिनमें कमरतोड़ महंगाई, अभूतपूर्व बेरोजगारी, भाईचारा, विभाजनकारी राजनीति, चीनी आक्रमकता से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा शामिल है। भारत के विचार को बचाने के लिए राहुल जी का धैर्य और दृढ़ संकल्प भाजपा को बेचैन कर रहा है और लोकतंत्र की भावना को बहाल कर रहा है। हमारा दृढ़ विश्वास है। कि यात्रा का यह प्रभाव आगामी सभी राज्य स्तरीय और केंद्र चुनावों पर अपना प्रभाव दिखाना जारी रखेगा और हमारी सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी के गौरव को बहाल करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
राहुल गांधी जी ने भारत जोडो यात्रा से देश के आम आदमी की समस्याओं को आवाज दिया है। देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्या, सामाजिक वैमनस्यता के खिलाफ देश की जनता में जनजागरण पैदा किया। भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक भारत के जनमन में रच बस गयी है। सारा भारत अपनी तकलीफों के निदान को लेकर एकजुट हो गया है। भारत जोड़ो यात्रा से देश के लोगो मे उम्मीद की नई किरण पैदा हुई है। राहुल गांधी प्रेम उम्मीद और सदभावना के नये बीज बोते चल रहे थे। देश की जनता राहुल गांधी की पदयात्रा को हाथों हाथ लिया था। राहुल गांधी की पदयात्रा से विघटनकारी ताकतों के हौसले पस्त हुए है। देश के लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है कि अराजक तत्व भारत की अनेकता में एकता के मूल मंत्र के सामने घुटने टेकने को विवश हुए है। यह राहुल गांधी की यात्रा की बड़ी सफलता है।
देश की एकता, अखण्डता, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस प्रतिबद्ध है। जनाधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी आजादी के पहले से ही सत्याग्रह को एक मजबूत हथियार मानती है और भारत जोड़ो पदयात्रा आजादी के बाद देश का सबसे विशाल और परिवर्तक सत्याग्रह साबित हुआ। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सहित कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने देश में सत्याग्रह के द्वारा जनता के महत्वपूर्ण मसलों को हल किया है। यह सत्याग्रह उस विचारधारा को उखाड़ फेंकेगा जो मृत्यु के समय भी राम का नाम लेने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे को आदर्श मानता है। आज बर्बादी और वैमनस्यता की ओर बढ़ते देश को भारत जोड़ो पदयात्रा की जरूरत है।
विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का ही परिणाम है कि देश में नफरत के भाव खत्म हुए हैं मॉब लॉन्चिंग जैसी घटनाएं रुकी है। रसोई गैस के दाम कम करने मजबूर हुई। किसान, युवा, माता-बहनें, पत्रकार मोदी सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सीना ठोकर कर खड़े हुए है। डर, भय का वातावरण खत्म हुआ है।
इस दौरान ज़िला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, ज़िला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर, युवा आयोग के सदस्य प्रवीण डोंगरे, बीज आयोग के सदस्य इम्तियाज़ ख़ान सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।