*भोपालपटनम में महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवपार्वती कल्याण महोत्सव का आयोजन संपन्न*,,,,,*भोपाल पटनम से मुर्गेश शेट्टी की रिपोर्ट*
भोपालपटनम::::::::: बीजापुर जिले के भोपालपटनम नगर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर भगवान शिव पार्वती कल्याण महोत्सव बड़े ही धूमधाम श्रद्धा भक्ति एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है जिसके लिए शिव मंदिर समिति एवं मंदिर के पुजारी के द्वारा कार्यक्रम का रूपरेखा तैयार किया गया है इस वर्ष शिवरात्रि मेला का कार्यक्रम दिनांक 17 /02/ 2023 दिन शुक्रवार को सुबह बाजा गाजे के साथ मंडप आच्छादन कार्यक्रम किया जाता है तदुपरांत शिवलिंग का जलाभिषेक किया जाता है और शाम को वर पक्ष और वधू पक्ष के तरफ से मंगनी रस्म का कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम से अदा किया जाता है और बारात स्वागत का कार्यक्रम शिव मंदिर तक किया जाता है। दिनांक 18/02/2023 दिन शनिवार को प्रातःकाल से भक्तिगण और श्रद्धालुओं के द्वारा अभिषेक कार्यक्रम किया जाता है शिवरात्रि दिन सुबह से ही भोपालपटनम मुख्यालय से 4 किलोमीटर दूरी पर महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित इंद्रावती नदी में शाही स्नान करने के लिए भीड़ उमड़ पड़ते हैं शाही स्नान के पश्चात इंद्रावती नदी किनारे पहाड़ पर स्थित शिवलिंग पहुंचकर भक्तगण अभिषेक पूजा कर दर्शन करते हैं ।उसके बाद भोपालपटनम में स्थित शिव मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।तत्पश्चात जगत कल्याणकारी भगवान शिव पार्वती कल्याण महोत्सव कार्यक्रम प्रातः 11:00 बजें शिव मंदिर प्रांगण में स्थित सुंदर शोभायमान सजावट कल्याण मंडप में भगवान शिव पार्वती का कल्याण महोत्सव कार्यक्रम मंदिर के पंडित की वेद मंत्रों एवं शहनाई के धुन में संपन्न किया जाता है। इस कल्याण महोत्सव को देखने के लिए नगर के भक्तगण श्रद्धालुओं के अलावा आसपास के भक्तजन कल्याण महोत्सव कार्यक्रम को देखकर शिव पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं ।विवाह कार्यक्रम के उपरांत शाम को 8:00 बजे भगवान शिव एवं पार्वती का मूर्तियों को वाहनों में सजावट कर बड़ी धूमधाम बाजा गाजे के साथ शोभायात्रा बारात निकाला जाता है। जिसमें हजारों की तादात में भक्तगण श्रद्धालु उपस्थित रहते हैं। दिनांक 20/02/2023 दिन सोमवार को नारायण सेवा मंदिर प्रांगण में भोज (भंडारा) का आयोजन किया जाता है। इस मेले में छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र व तेलंगाना के भक्तगण पहुंचकर भगवान शिव पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस मेले में खिलौने एवं मिठाई की दुकान छत्तीसगढ़ के कांकेर कोंडा गांव धमतरी व नगरी एवम तेलंगाना व महाराष्ट्र से भी आते हैं ।यहां मेला चार से पांच दिन तक आयोजन होता है। जिसमें नगर का वातावरण भक्तिमय हो जाता है मेला आयोजन हेतु मंदिर समिति के द्वारा भक्तगणों एवम श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए उत्तम व्यवस्था किया जाता हैं। भोपालपटनम मुख्यालय से तेलंगाना राज्य में स्थित कालेश्वर मंदिर लगभग 70 किलोमीटर दूर पर स्थित है।इस क्षेत्र से बहुत से श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पहुंचकर शाही स्नान कर कालेश्वर मंदिर दर्शन करने पहुंचते हैं ।तीनों नदियों के त्रिवेणी संगम एवं दो शिवलिंग एक साथ होने के कारण यह क्षेत्र दक्षिण काशी के नाम से भी प्रसिद्ध है।