*संभाग स्तरीय सर्व आदिवासी समाज ने बंद का आह्वान, समाज दो गुटों में बटते नजर, दूर दूर तक धर्मांतरण का विरोध नहीं… किस किस आदिवासी पदाधिकारी ने क्या कहा*,,,,,,,,,*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*
सुकमा::::::::जिले के सुकमा बस स्टैंड परिसर पर गुरुवार को सर्व आदिवासी समाज के द्वारा मिशनरियों के खिलाफ बस्तर संभाग बंद एवं 7 सुत्रीय मांगों का आह्वान किया गया, लेकिन ऐसा किसी भी सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी के द्वारा किसी प्रकार से धर्मांतरण के खिलाफ विरोध करते हुए नजर नहीं आईं ,आप को बता दें, आदिवासी पदाधिकारी ने 7 सुत्रीय मांगों को जायज मांगे बताएं जाते नजर आए, जिससे यह प्रतित होती है,कि समाज दो गुटों में बटती दिखाई दे रही है। और इन मांगों को प्राथमिकता से विरोध करते हुए देखा गया।
*अनुसूचित क्षेत्रों में तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के पदों पर स्थानीय आरक्षण लागू,*
*नगरनार का स्टील प्लांट का निजिकरण रोको,*
*आदिवासियों पर पुलिस द्वारा जांच के नाम पर बेगुनाह पर अत्याचार रूके,*
*खतियान रिकॉर्ड, स्थानीय डामिसाइल लागूं करें,*
*एन एम डीसी में स्थानीय रोस्टर के आधार पर मूलवासियों को भर्ती करें,*
*पेसा नियम को संशोधन कर लागूं करें,*
*सामुदायिक वन संसाधन दावों का अधिकार को प्रत्येक ग्राम सभा को वन संसाधन का हक मान्यता पत्रक जारी करें,*
*धनीराम बारसे ने बताया आदिवासियों को जबरन लालच देकर धर्मांतरण किया जा रहा है। उन्होंने मिशनरियों को निंदा की है।मिशनरियों के द्वारा प्रलोभन एवं जोर जबरदस्ती करके धर्मांतरण करने का विरोध करती है। जिस तरह से नारायणपुर में कुछ ईसाई पादरियों के द्वारा जनजाति समाज के लोगों पर प्राणघाती हमला किया गया।
*रामा सोडी ने कहा कि,कुंदेड में पेसा कानून नियम को धज्जियां उड़ाई जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा आदिवासियों को पूछें बीना क्यों कैंप लगाया जा रहा है, दरअसल पुलिस ने जबरदस्त आदिवासियों को मारा पिटा गया है। और यही मामला नहीं है, जिले भर में आदिवासियों को मारपीट करना हत्या करने की मामला बढ़ रही है।मंत्री कवासी लखमा को निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री कवासी लखमा भी आदिवासी हैं। लेकिन आदिवासियों पर उनकी ध्यान आकर्षित नहीं है।
*संजय सोडी ने कहा कि, समाज को एकता की आवश्यकता है, दरअसल समाज दो गुटों में बट रही इससे समाज में दो फाड़ होने की संभावना इससे निति नियम का निर्णय लेने में बाधाएं उत्पन्न हो रही है। उन्होंने कांग्रेस के नाम लेते हुए किसी भी नेता का बीना नाम लिए निशाना साधते नजर आएं।
*हुंगा राम ने बताया कि, प्रदेश सरकार के द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है, पेशा कानून एवं आरक्षण को लेकर दरअसल कहीं ना कहीं अटकने पैदा हो रही है, पत्रकार की सवाल के बाद ही उन्होंने आगे कहा , ईसाई मिशनरियों के द्वारा भोले भाले आदिवासियों को चमत्कार होना और प्रार्थना करने से बिमारी दूर करने का झूठा प्रचार करते हैं। और पैसे का लालच देकर धर्मांतरण कराया जाता है।