* महंगे बैग में पैक कर ,एसी कोच में कर रहे गांजे की तस्करी, तस्‍करों ने बदला तरीका…* *दीपक मरकाम की रिपोर्ट*

0
120

* महंगे बैग में पैक कर ,एसी कोच में कर रहे गांजे की तस्करी, तस्‍करों ने बदला तरीका…*

*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*

रायपुर::::::: ओडिशा से देश के अलग अलग हिस्सों में गांजा लेकर जाने वाले तस्करों ने तस्करी का तरीका बदल दिया है। पहले वे ट्रेन से गांजा लेकर जाते थे तो जनरल बोगी या स्लीपर कोच से गांजा लेकर जाते थे।

लेकिन, लगातार पकड़े जाने के बाद उन्होंने अपने तरीके में बदलाव करते हुए गांजा को महंगे ट्रेवल बैग से एसी कोच में ले जाने की शुरुआत की है।

बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर एसी कोच से गांजा पकड़े जाने के बाद जीआरपी सतर्क हुई और एसी कोच पर नजर रखना शुरू किया। जीआरपी ने 10 दिनों में अलग अलग रेलवे स्टेशन से पांच गांजा तस्करों को पकड़ा है। पकड़े गए सभी गांजा तस्कर एसी कोच से ही गिरफ्तार किए गए हैं।

जीआरपी और पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद गांजा तस्करों ने अपने पुराने तरीकों में बदलाव किया है। पहले सबसे ज्यादा सड़क मार्ग से गांजा की तस्करी की जाती रही है।

लेकिन, अभी पुलिस ने सड़क से गांजा तस्करी करने वालों पर कड़ाई की है और सैकड़ों किलो गांजा जब्त किए हैं। इसके साथ ही जीआरपी ने अभी तक लगातार कार्रवाई करते हुए स्लीपर कोच से गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया।

लगातार हो रही कार्रवाई के बाद गांजा तस्करों ने अपने तरीके में बदलाव किया है। अब वे एसी कोच से गांजा तस्करी कर रहे हैं।

महंगे ट्रेवल बैग में गांजा छिपाकर तस्करी कर रहे हैं।

10 दिन में जीआरपी ने ऐसे ही पांच मामले पकड़े हैं।

जिनमें तस्कर एसी कोच से ट्रेवल बैग में गांजा छिपाकर लेकर जा रहे थे। जीआरपी ने बिलासपुर, रायपुर, भाठापारा, तिल्दा और पावर हाउस में गांजा की खेप पकड़ी है।

*मुखबिरों को किया सक्रिय*

गांजा तस्करों को पकड़ने के लिए जीआरपी ने अपने मुखबिरों को सक्रिय किया है। साथ ही ट्रेन में सफाई स्टाफ और खाने पीने की सामान बेचने वालों से भी कहा गया है कि यदि उन्हें कहीं कोई संदेहास्पद चीज नजर आती है तो वे उसकी सूचना दें। अभी जो जीआरपी ने कार्रवाई की है। वो भी मुखबिरों की सूचना के आधार पर ही की गई है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here