*आरक्षण कटौती पर ,बिरसा मुंडा जयंती 15 नवंबर को, आदिवासी समाज करेगा प्रदर्शन*
*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*
सुकमा:::::::: आरक्षण के फैसले के बाद से आदिवासी समाज संभाग से लेकर जिला और ब्लॉक स्तर पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
इसी कड़ी में बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर बस्तर संभाग के सभी जिला मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन कर प्रशासन को ज्ञापन सौंपने का फैसला लिया है।
मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित आदिवासी भवन में सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने प्रेसवार्ता में इसका एलान कर दिया है।
कोया समाज के जिला अध्यक्ष वेको हुंगा ने बताया कि आरक्षण कटौती से आदिवासी समाज में गहरी नाराजगी है।
बस्तर और सरगुजा संभाग आदिवासी बाहुल्य इलाका है, यहां आदिवासियों को विशेष अधिकार प्राप्त है।
आरक्षण में हुई कटौती से आदिवासी समाज को बहुत नुकसान होगा।
बस्तर और सरगुजा संभाग में स्थानीय भर्ती को भी खत्म कर दिया गया है।
जिससे आने वाले समय में स्थानीय युवाओं को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
आदिवासी नेता रामदेव बघेल ने बताया कि उच्च न्यायालय के आरक्षण कटौती के फैसले से स्थानीय भर्ती भी प्रभावित होगी।
बस्तर के बेरोजगार युवाओं को ज्यादा नुकसान होगा।
प्रदेश स्तर पर होने वाली भर्तियों में स्थानीय युवा शामिल नहीं हो पायेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
मुद्दा यह नहीं है कि किसकी सरकार में फैसला आया,मुद्दा यह है कि सरकार की नाकामी की वजह से आदिवासियों का नुकसान हुआ है।