डा. रमन बोले-पंजा छाप अधिकारी संभल जाएं, एक साल का बचा है समय… सीएम भूपेश ने कहा-छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई भाजपा की साजिश…*
तेज़ नारायण सिंह की रिपोर्ट,,,*
छत्तीसगढ़ ,रायपुर , सियासत
छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई पर राजनीतिक पारा चढ़ गया है। ईडी ने सुबह छह बजे आइएएस अधिकारियों सहित कोयला कारोबारियों के ठिकाने पर जैसे ही कार्रवाई की, पक्ष और विपक्ष के नेता सक्रिय हो गए। उत्तर प्रदेश रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया, तो पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने पलटवार किया।
डा रमन ने कहा कि ईडी की टीम ने रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू, उनके पति आइएएस जेपी मौर्या, आइएएस समीर बिश्नोई समेत कई अधिकारियों और व्यवसाइयों के निवास पर छापेमारी ने बघेल सरकार की पोल खोल दी है। रमन के बयान का कांग्रेस ने जवाब किया। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पूर्व सीएम डा रमन के बयान से साफ है कि ईडी की कार्रवाई भाजपा की साजिश है।
वहीं, राजधानी के आइएएस कालोनी में समीर विश्नोई और जेपी मौर्या के आवास पर कार्रवाई के बाद पूरे दिन कालोनी में सन्न्ाटा पसरा रहा। ईडी की टीम ने देर रात तक दोनों अधिकारियों के घर को बाहर से बंद करके दस्तावेजों की जांच की। समीर बिश्नोई के घर से रात करीब नौ बजे उनके घर काम करने वाली महिला बाहर निकली। वहीं, ईडी की टीम ने परिवार के सदस्यों को बाहर आने नहीं दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने पत्रकारवार्ता में कहा कि हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार हुआ होगा कि किसी जिले में कलेक्टर के घर पर ईडी की रेड हुई और शासकीय आवास को सील करने की कार्रवाई की गई हो। इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ न केवल देश और दुनिया के सामने शर्मसार हुआ है, बल्कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया कहलाने वाले छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार का नया झंडा गाड़ा जा रहा है। रमन ने कहा कि हमने कभी कल्पना नहीं की थी कि चालीस-चालीस घरों में ईडी छापा मारेगी।
कांग्रेस की तरफदारी करने वाले अधिकारियों की ओर इशारा करते हुए रमन ने कहा कि अब भी वक्त है, पंजा छाप अधिकारी संभल जाएं। यदि भ्रष्टाचार में लिप्त रहोगे तो कहीं भी बचने वाले नहीं हो। आप ईमानदारी से काम करिए, ज्यादा समय नहीं है। एक साल का समय बाकी है, आज का हश्र देखकर सावधान हो जाए।