फिर शर्मशार हुई मानवता..
अस्पताल ने नहीं दिया शव वाहन तो ,ऑटो से लेकर जानी पड़ी डेड बॉडी…*तेज नारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,*
गौरेला पेंड्रा मरवाही :::::::::: जिले में एक बार फिर हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है, जो सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रश्न चिन्ह लगा रही हैं।
जहां एक व्यक्ति की मौत के बाद उसके परिजनों को शव वाहन नहीं मिला।
मजबूरन मृतक के परिजनों को किराए के ऑटो में लाद कर युवक के शव पोस्टमार्टम के लिए ले जाना पड़ा।
गौरतलब है कि शहर से लगे झाबर निवासी 27 वर्षीय नीरज मरावी मजदूरी का कार्य करता था। जिसे ठेके पर कच्चा मकान तोड़ने के लिए रखा गया था।
नीरज जब मकान तोड़ रहा था तभी मकान का एक हिस्सा उसके ऊपर गिर गया। नीरज को तुरन्त इलाज के लिए पेंड्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां इलाज के दौरान नीरज की मौत हो गई।
अस्पताल ने बिना मुक्तांजलि वाहन और कफ़न के ही मृतक के परिजनों को डेडबॉडी सौंप दी।
इसके बाद परिजनों ने ऑटो किराए पर किया और शव को लेकर इंदिरा उद्यान स्थित पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, जहां शाम हो जाने के कारण शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया फिर अगले दिन बुधवार को परिजन सुबह से परेशान होते रहे तब कहीं जाकर दोपहर को शव का पोस्टमार्टम किया।
ऐसी घटनाएं गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में कई बार घट चुकी है। लेकिन व्यवस्था दुरूस्त होने का नाम नहीं ले रही है।