SBI में बड़ा फर्जीवाड़ा… महिला आरक्षक के खाते से ,दूसरी महिला ने ,फर्जी हस्ताक्षर कर निकाले 4 लाख रूपये ,,,,,, दीपक मरकाम की रिपोर्ट,,,,,,,
सुकमा ::::::::: फील्ड अफसर द्वारा लोन खाते से तीन करोड़ रूपये के फर्जीवाड़े के बाद एसबीआई की सुकमा ब्रांच में एक और नया फर्जीवाड़ा सामने आया है।
बैंक प्रबंधन की लापरवाही से बस्तर बटालियन में पदस्थ महिला आरक्षक के खाते से बीते 8 महीने से दूसरी महिला पैसे आहरण कर रही थी।
मामले की भनक लगते ही पीड़ित महिला ने इसकी शिकायत बैंक से की है।
महिला के अनुसार अब तक उसके खाते से करीब 4 लाख से भी ज्यादा की राशि निकाली गई है।
मामला प्रकाश में आने के बाद बैंक प्रबंधन लीपापोती में जुट गया है।
बैंक की किरकिरी होते देख बैंक महिला को कंपन्सटे करने को तैयार हो गया हैे। लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं करने की शर्त रखी गई है।
बस्तर बटालियन की महिला आरक्षक पोड़ियाम रामो की पोस्टिंग कामानार सीआरपीएफ कैंप में है और उसका बैंक खाता सुकमा के एसबीआई में है।
मोबाइल सीम ब्लॉक होने की वजह से बैंक से मेसेज नहीं आ रहा था।
उसने बताया कि 5 जुलाई को नया सीम लेने के बाद बैंक से मेसेज अलर्ट सुविध को एक्टिवेट कराया।
8 जुलाई को कामानार सीआरपीएफ कैंप में ड्यूटी के दौरान दोपहर करीब एक बजे उसके मोबाइल में 50 हजार रुपये एसबीआई की शाखा सुकमा से कैश विथड्रावल करने का मेसेज आया।
मैसेज मिलने के कुछ मिनटों में उसने सुकमा ब्रांच मैनेजर को फोन पर इसकी शिकायत की।
जिसके बाद बैंक प्रबंधन ने मामले की पतासाजी की। बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। जिसमें एक महिला द्वारा राशि निकासी करती नजर आई।
बैंक स्टाफ ने तत्काल उक्त महिला को ढूंढकर लाया गया और पुलिस को सुपुर्द कर दिया।
बैंक की लापरवाही, बिना पड़ताल किये कर दिया सिग्नेचर अपडेट…
एसबीआई बैंक की लापरवाही से ही महिला आरक्षक पोड़ियाम रामो के खाते से दूसरी महिला पैसे निकाल रही थी।
बैंक ने सिग्नेचर अपडेट के दौरान जरूरी दस्तावेज और बारीकी से पड़ताल नहीं की।
जिसका आर्थिक खामियाजा महिला आरक्षक को उठाना पड़ा।
महिला आरक्षक के अनुसार उसके खाते से करीब 4 लाख से ज्यादा रूपये निकाले गये हैं।
बैंक में शिकायत करने पर प्रबंधन ने बताया कि 3 जुलाई को पुराना पास बुक के आधार पर सिग्नेचर अपडेट किया गया है।
जबकि मैं बीते कई महीनों से बैंक से कैश विथड्रावल नहीं किया है और न ही सिग्नेचर अपडेट के लिए आवेदन दिया है।
उसने बताया कि 25 से 30 हजार रुपये की राशि निकालने में बैंक कर्मचारी आधार कार्ड व पासबुक की मांग करते हैं।
लेकिन यहां बीते 8 महीने से फर्जी महिला द्वारा लाखों रुपये निकाल लिये गये और प्रबंधन ने जरूरी दस्तावेजों की मांग नहीं की।
बैंक ने आरक्षक को बताया जिम्मेदार…
सुकमा एसबीआई के शाख प्रबंधक अभिनव गुप्ता ने बताया कि खाता धारक महिला पोड़ियाम रामो की लापरवाही से ही उसके खाते से पैसे निकाले गये हैं।
उनका कहना है कि अगर वे पास बुक को संभाल के रखती तो फर्जीवाड़ा नहीं होता।
आरोपी युवती ने पुराने पासबुक के साथ बैंक आई थी और सिग्नेचर अपडेट कराया था।
खाता धारक द्वारा इसकी शिकायत करने के बाद आरोपी को पकड़ लिया गया है।
एक लाख 40 हजार रूपये रिकवर किये गये हैं। मामला में अभी जांच चल रही है। बैंक महिला आरक्षक को पूरी राशि वापस देने को तैयार है।