मनीष कौशिक मोहला
मोहला मानपुर:– 27वीं बटालियन भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और नेहरू युवा केंद्र के तत्वावधान में नवागाँव, सीतागाँव, मदनवाड़ा, बसेली,डोमीकला, औंधी और मानपुर क्षेत्र के सुदूर गाँवों के 80 युवक और युवतियों का दल मुंबई एवं विशाखापतनम के शैक्षिक भ्रमण के उपरांत लौटा I
मानपुर में आईटीबीपी के कैम्प में एक विशेष फ़्लैग इन कार्यक्रम आयोजित किया गया I कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यशपाल सिंह, पुलिस अधिक्षक, मोहला-मानपुर-अं0चौकी थे I आईटीबीपी के 44वीं वाहिनी के कमांडेंट मुकेश कुमार धस्माना, और मेज़बान 27वीं वाहिनी के कमांडेंट विवेक कुमार पाण्डेय ने युवाओं से उनके अनुभव जाने I
पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सुदूर गाँवों के युवाओं का मुंबई और विशाखापतनम भेजा गया जो क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक संदेश है I उन्होंने कहा कि अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र मोहला-मानपुर से युवाओं को राष्ट्र के विविध क्षेत्रों में भ्रमण और इससे की चीजें सीखने का अवसर दिया जा रहा है जो अत्यंत सराहनीय है और अब क्षेत्र से नक्सलवाद को पूर्णतः समाप्त करने के लिए क्षेत्र की युवा पीढ़ी सजग और सतर्क है, जो विकास में अपनी भागीदारी के लिए प्रतिबद्धता दर्शा रही है I
कमांडेंट विवेक कुमार पाण्डेय ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुंबई भेजे गए दल ने क्षेत्र के लिए पहली बार परम्परागत नृत्य और भाषण प्रतियोगिताओं में विभिन्न राज्यों- छत्तीसगढ़, बलाघाट और ओडिशा के दलों की प्रतिस्पर्धा में प्रथम स्थान हासिल किया है और यह दल नई दिल्ली के केंद्रीय कार्यक्रम के लिए चयनित कर लिया गया है जो यह दर्शाता है कि इलाक़े के युवाओं में प्रतिभा कूट-कूट कर भरी है, और आवश्यकता है इसे राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर उभारने की I उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित किए जाते रहेंगे विदित हो कि पहले चरण में दिनांक-04 दिसम्बर से 10 दिसम्बर मुंबई एवं दूसरे चरण में 06 दिसम्बर से 12 दिसम्बर तक विशाखापटनम का भ्रमण करवाया गया है। इन 06 दिवसीय कार्यक्रम के दौरान सभी युवाओं विकास के लिए अनेक प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करवाया गया। ये सभी कार्यक्रम देश की संस्कृति विविधता में एकता, भाषा, सांस्कृतिक लोकाचार, विभिन्न राज्यों में हुई तकनीकी और औद्योगिक प्रगति, वहां उपलब्ध विभिन्न विकासात्मक गतिविधियों, कौशल विकास, शैक्षिक और रोजगार के बारे में जानकारी पर केंद्रित थे आदिवासी युवाओं को उनकी समृद्ध पारंपरिक और सांस्कृतिक विरासत के बारे में जागरूक करने और उन्हें भावी पीढ़ी के लिए इसे संरक्षित करने में सक्षम बनाने तथा देश के अन्य हिस्सों में अपने सहकर्मी समूहों के साथ भावनात्मक संबंध विकसित करने और उनके आत्मसम्मान को बढ़ाने में मदद करने के उद्देश्य से आयोजित प्रतियोगिताओं में मुंबई में भाषण प्रतियोगिता में कुमारी प्रीति तन्मया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जिसका विषय- देशभक्ति एवं राष्ट्र निर्माण था तथा सामूहिक नृत्य में भी मानपुर के दल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया I