मनीष कौशिक मोहला
मोहला:— मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले के मोहला जनपद पंचायत क्षेत्र में सरकारी धनराशि के बंदरबांट का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि ग्राम पंचायतों में स्वच्छता समितियों को घटिया सामग्री सप्लाई की गई और लाखों रुपए के फंड का दुरुपयोग किया गया। मामले के अनुसार, स्वच्छता के लिए इस्तेमाल होने वाली झाड़ू, जिसकी वास्तविक कीमत 25 रुपए थी, उसे 100 रुपए में ग्राम पंचायतों को बेचा गया ऐसे और भी सामान है जिनकी कीमतें समान के अनुरूप न होकर ज्यादा है।
इस घोटाले में विशेष तौर पर महासमुंद के एक वेंडर का नाम सामने आया है, जिसने नवीन जिला मोहला के जनपद पंचायत क्षेत्र में सामग्री की आपूर्ति की जबकि मोहला और राजनदगांव में वेंडरों की कमी नहीं है। चौंकाने वाली बात यह है कि ग्राम पंचायतों के सरपंच और सचिव को खरीदी की जानकारी नहीं थी, जबकि जनपद पंचायत के कर्मचारी राजेश भुआर्या ने वेंडर के साथ मिलकर सामग्री की आपूर्ति कराई और खुद ही ग्राम पंचायतों में बिल भी पहुंचाए। वही एक पंचायत में 1 से लेकर 5 स्वच्छता समितियां हैं , जिन्हे एक बिल 20 हजार 576 रुपए का थमाया गया है। अब ये बिल क्लियर करने का सचिवों पर दबाव भी है।
घटिया सामग्री की आपूर्ति के बावजूद ग्राम पंचायतों ने शिकायत दर्ज नहीं की, जिसे प्रशासनिक लापरवाही कहे या अधिकारियों का दबाव । वही देखने वाली बात है की राजेश भुआर्या ने किसके कहने पर सामान और बिल पंचायतों में छोड़ा।
वही जनपद पंचायत मोहला के कार्यपालन अधिकारी केशवरी देवांगन ने मीडिया के सवालों से बचते हुए इस विषय से ही पल्ला झाड़ लिया।
अब देखने वाली बात होगी की मीडिया के इस खबर के बाद क्या कार्यवाहियां होती है या नहीं