*पर्यावरण संरक्षण एवं बस्तर की जीवनदायिनी के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने हुई इंद्रावती में महाआरती*,,,,,,,,,*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*
*भोपालपटनम में विशाल जनसमुदाय ने इंद्रावती नदी केमहाआरती का साक्षी बन लिया पर्यावरण संरक्षण का संकल्प*
*अपनी प्रकृति और इकोसिस्टम को सहेजने और संवारने जनभागीदारी से काम करने का हो रहा जतन*
बीजापुर ::::::::::::::::::::::::::::::::: बस्तर की परंपरा, बस्तर का वैभव और बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती नदी के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करने बीजापुर जिले के प्रकृति प्रेमियों विशाल जनसमुदाय रथयात्रा के पावन अवसर पर भोपालपटनम में इंद्रावती नदी के किनारे जुटे। बस्तर का जीवनदायिनी कही जाने वाली इंद्रावती नदी के प्रति अपने स्नेह के प्रदर्शन के लिए और मानसून में इसके यशस्वी प्रवाह के लिए इंद्रावती महाआरती का आयोजन किया गया।
इन्द्रावती नदी के प्रति आमजनों के अपार उत्साह को देखते हुए इस आयोजन के साथ जिला प्रशासन का भी विशेष सहयोग रहा। आयोजन के संबंध में जब आयोजकगण कलेक्टर श्री अनुराग पाण्डेय से मिले तो उन्होंने इसकी बहुत सराहना की और कहा कि प्रशासन भी आपके साथ मिलकर आयोजन में सहयोग करेगा और हम सब बीजापुर के नागरिकगण इस आयोजन में हिस्सा लेंगे।
जिस तरह से वाराणसी में गंगा जी के किनारे गंगा आरती और जबलपुर में नर्मदा जी के किनारे मां नर्मदा की आरती होती है इस तरह की महाआरती भोपालपटनम में भी की गई।
आयोजकों ने बताया कि महाआरती का उद्देश्य यह है कि हम सब अपनी मां इंद्रावती के प्रति सम्मान प्रकट करें। नदी, पहाड़, वन जैसे पर्यावरण के सरंक्षण करें हमारे बस्तर का वैभव हमारे छत्तीसगढ़ का वैभव दुनिया में इंद्रावती नदी की वजह से है। इंद्रावती नदी चित्रकूट में बड़ा जलप्रपात बनती है जिसे भारत का नियाग्रा भी कहा जाता है। इंद्रावती नदी के सुंदर समुद्र तट देश भर से लोगों को आकर्षित करते हैं।
आयोजकों ने बताया कि इंद्रावती के किनारे रहने वाले लोग अपने जीवन यापन के लिए इस महान नदी पर निर्भर है। इस नदी का प्रवाह हमेशा बना रहे। इस नदी के प्रति हमारे सरोकार हमेशा बने रहे। हम इंद्रावती नदी के संरक्षण, संवर्धन के लिए काम करें, इसके लिए जन जागरण का व्यापक अभियान हो। इस उद्देश्य से यह आयोजन किया गया है। आयोजकों ने बताया कि जिला प्रशासन भी इस आयोजन को लेकर काफी उत्सुक है और हमें पूरा सहयोग मिला है, इससे हम सब बहुत खुश है।
उल्लेखनीय है कि शिव मंदिर समिति एवं जनसामान्य द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से इस महती इंद्रावती महाआरती का आयोजन किया गया। बस्तर में अपनी प्रकृति के संरक्षण के लिए अपने नदी नालों के संवर्धन के लिए इस तरह से समवेत होकर जो कार्य किया जा रहा है वह निश्चित ही बस्तर की प्रकृति को सहेजने के लिए बहुत शुभ कदम है सराहनीय कदम है।
*सकारात्मक सोच और जिले को विकास के लिए कलेक्टर का योगदान हमेशा अविस्मरणीय रहेगा*
पूर्व मंत्री श्री महेश गागड़ा
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्व मंत्री श्री महेश गागड़ा ने इंद्रावती नदी के महाआरती आयोजन का श्रेय कलेक्टर श्री अनुराग पाण्डेय को देते जिले के विकास में महती योगदान देने सकारात्मक सोच के साथ निरंतर कार्य करने पर उनका कार्य जिलेवासियों के लिए सदैव अविस्मरणीय रहेगा। अपने संबोधन श्री महेश गागड़ा ने कहा कि बीजापुर की जनमानस का प्रकृति के प्रति गहरी आस्था है और सदैव प्रकृति के संरक्षण के लिए सोचता है जिसका साक्षी आज के कार्यक्रम में विशाल जनसमुदाय की उपस्थिति साबित करता है। इस कार्यक्रम के आयोजन कर्ता जिले के चारों शिव मंदिर समिति शिव मंदिर तिमेड़, शिव मंदिर गुल्लापेंटा, शिव मंदिर गुल्लागुड़ा, शिव मंदिर भोपालपटनम, बीजापुर के द्वारा किया गया।
बीजापुर के कलेक्टर श्री अनुराग पाण्डेय ने कहा कि मानसून में अपने पूरे उफान में बहने वाली इंद्रावती नदी को देखना अपने आप में अपूर्व अनुभव है।महा आरती में शामिल विशाल जनसमुदाय इंद्रावती नदी के प्रति प्रेम और स्नेह को प्रकट करता है। भोपालपटनम और पूरे बीजापुर की नागरिक शांति प्रिय और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील है।
*इंद्रावती नदी में घाट निर्माण की घोषणा*
कलेक्टर श्री अनुराग पाण्डेय ने धार्मिक सांस्कृतिक एवं अन्य आयोजन सहित नागरिकों के उपयोग हेतु इन्द्रावती नदी पर 35 लाख की लागत से घाट निर्माण की घोषणा की।
महाआरती कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य श्री बसंत राव ताटी, श्री श्रीनिवास मुदलियार, एडिशन एसपी नक्सल ऑपरेशन श्री वैभव बैंकर, सीईओ जिला पंचायत श्री हेमंत रमेश नंदनवार, सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारीगण, एसडीएम बीजापुर श्री जागेश्वर कौशल, एसडीएम भोपालपटनम श्री यशवंत कुमार नाग, डिप्टी कलेक्टर एवं सीईओ जनपद पंचायत भोपालपटनम श्री दिलीप उईके सहित जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारीगण, जनप्रतिनिधिगण, मीडिया के प्रतिनिधिगण सहित विशाल जनसमुदाय उपस्थित थे।