नगरपंचायत फरसगांव के पदाधिकारियों में आपस में बहुत बढ़िया भाईचारा है मिलजुलकर निपटाते हैं ।
हैरत की बात है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 30पर ही स्थित फरसगांव के सड़क किनारे बेतरतीब ढंग से खड़े बदरंग खंभो की तरफ आज तक किसी भी अधिकारी ने गौर नहीं किया । फरसगांव पंचायत क्षेत्र के जीवित मतदाताओं (नगरवासियों)और प्रांण त्याग बैकुंठ वासी हो चुके नगरवासियों के श्मसान में उनकी सेवा में जिस तरह से विद्युत व्यवस्था करने और उनकी आवागमन के लिए पक्की सडकों का जाल बनाने में जिस उदारता से करोड़ों रूपया न्यौछावर किया गया है वह तारीफें काबिल है।
फरसगांव में एक मात्र बिजली व्यवस्था के नाम से जिस तरह से सरकारी धनराशि का बंदरबांट कर सरकार को चूना लगाया गया है और भविष्य के लिए बिजली बिल का आर्थिक अधिभार थोप दिया गया है वो गौर करने काबिल है ।
एक तरफ सरकार सौर ऊर्जा को प्रोत्साहित कर रही है वहीं फरसगांव के नगर पंचायत पदाधिकारी बिजली खपत को बढ़ाने में तुले हुए हैं ।
फरसगांव नगर पंचायत में चल रहे आबंटन बंदरबांट की जांच होने से हैरतअंगेज भंडाफोड़ हो सकता है