*राजधानी रायपुर,रेलवे स्टेशन पार्किंग के नाम पर अवैध रूप से चल रही वसूली पत्रकार से की बदसलूकी*,,,,,,,,*मनोज शुक्ला की रिपोर्ट*
*आये दिन शिकायत के बाद भी प्रशासन मौन?*
रायपुर:::::: राजधानी के रेलवे स्टेशन में आये दिन पार्किंग के नाम से ठीकेदार द्वारा अवैध रूप से वसूली की जा रही है यात्रियों से अवैध रूप से मनमानी वसूली की जा रही है जिससे यात्री बहुत परेशान है कोई भी यात्री अपने परिवार को छोड़ने या लाने जाता है तो दो मिनट गाड़ी खड़ा करता है और बाहर निकलता है तो 20 रुपया ,पचास रुपया , 100 रुपया या उसे जायदा भी वसूली कर रहे है ।
ऐसी एक घटना आज शनिवार सुबह 9 : बजे की हैं जब एक पत्रकार अपने रिलेटिव को रेलवे स्टेशन छोड़ने गया तो अपने टू व्हीलर गाड़ी जैसे ही खड़े किया ही था की ठीकेदार आसिफ़ मेमन के आदमी वहा पहुंच गए और लॉक लगाने लगे जब इस इसका विरोध किया पत्रकार ने किया तो ठीकेदार के आदमी गुंडागर्दी पर उतर गए पत्रकार कहता ही रहा कि अभी गाड़ी खड़े किए कुछ सेकेंड भी नहीं हुए है और फाइन किस बात का तो वो बदतमीजी करने लगे और बोलने लगे की हम आसिफ़ मेमन के आदमी हैं फाइन तो देना पड़ेगा जब की ये नियम के विपरीत है कुछ सेकेंड में फाइन कैसे ले सकते हैं तो आसिफ मेमन के लड़के दादागिरी और हाथा पाई पर उतर गए ।
वीडियो जब चालू किया तो वो बोलने लगे की मोबाइल से वीडियो नहीं बना सकते वही एक घटना और 2.40 बजे रात को एक पत्रकार के साथ घटी जो स्टेशन गया था ट्रेन का पता करने ।
वही तुरंत आकर देखा की कार में लॉक लगा दिए और कार के चक्का में लॉक लगा था वही उसका एक साथी कार में बैठा था वह बार बार बोला की आ रहें है पार्किंग वाला आया और लॉक लगा के चला गया फिर 10 मिनट बाद वहाँ पार्किंग वाला आया बोला की 100 रुपया देना होगा तभी जाने दूँगा उसके बाद ही लॉक खुलेगा नहीं तो नहीं खोलूंगा लॉक तुरत इस नम्बर पर 7049744444
फ़ोन पे में 100 रुपया सेंड करो वहाँ से निकल ही रहे थे तभी इसी बात को ले कर पार्किंग वाले एक आदमी पत्रकार से झगड़ा करने लगा वह अपना नाम बाबर ख़ान राजातालाब बताया जो करना है कर लो बोला 100 रुपया देना होगा नहीं तो तुम्हारी गाड़ी नहीं जाएगी पत्रकार अनुज साहू और मनीष गुप्ता कार ले कर चले गए बाहर जा कर 112 में फोन कर के इस घटना की सूचना दी पार्किंग के नाम से अवैध वसूली का काम बड़े ही जोरों पर फलफ़ुल रहा हैं जिससे आम यात्री बहुत परेशान है जो रोज़ सफ़र करते हैउनको सबसे जायदा परेशानी का सामना करना पड़ता है,पार्किंग ठीकेदार की दादागिरी आये दिन सामने आती रहती है, ।
अब देखना ये है की जहा पत्रकार सुरक्षा कानून की बात कही जाती हैं वही राजधानी में ही सबसे ज्यादा पत्रकारों को इन रसूखदारों से रोज उनकी दादागिरी का सामना करना पड़ता है इन अवैध वसूली करने वाले को आखिर किसका संरक्षण मिलता है किसकी छत्रछाया में ये अवैध वसूली इतनी फलफूल रही हैं आखिर करवाई नहीं होने का कारण क्या हैं सब चीजों का खुलासा जल्दी ही होगा,।