*हायर सेकेंडरी सकनापल्ली में पालक बालक शिक्षक मिलन समारोह संपन्न*,,,,,, ,,,,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,,

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*हायर सेकेंडरी सकनापल्ली में पालक बालक शिक्षक मिलन समारोह संपन्न*,,,,,,

,,,,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,,

भोपालपटनम,,,,,,,,,, सकनापल्ली हायर सेकेंडरी स्कूल द्वारा एक नई पहल करते हुए पहली बार क्षेत्र के समस्त प्रमुख जनप्रतिनिधि और पालको को बुलाकर एक मिलन समारोह आयोजित किया गया।।।इस मिलन समारोह का प्रमुख उद्देश्य शिक्षकों और पालको के संयुक्त प्रयाश से छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए कार्य योजना तैयार करना तथा दोनों के बीच सामंजस्य स्थापित करना है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री बसंत राव ताटीजी सदस्य कृषक कल्याण बोर्ड छत्तीसगढ़ एवम अध्यक्षता के.जी.सत्यम जी द्वारा किया गया।विशिष्ट अतिथि के रूप में क्षेत्र के जनपद सदस्य श्रीमती यालम अनुबाई,क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता लिंगा राम उत्ता जी,सरपंच सकनापली यालम अनिता,सरपंच वाढला कूडेम भीमा, सरपंच वरदल्ली श्री अंतु तलांडी, सहायक खंड शिक्षा अधिकारी कमल सिंह कोर्राम उपस्थित थे।।साथ मे भारी संख्या में गणमान्य नागरिक शाला प्रबंधन समिति पदाधिकारी और पालक गण आये हुए थे।।।कार्यक्रम की शुरुवात छत्तीसगढ़ महतारी माता की पूजा अर्चना से किया गया तत्पश्चात छात्राओं द्वारा राज्यगीत गाया गया।।।मुख्य अतिथि तथा अन्य अतिथियों का स्वागत उपरांत बच्चों द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया।कार्यक्रम की शुरूवात में एबीईओ कमल सर ने अपना विचार प्रस्तुत किया तथा पालको से बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने का अनुरोध किया। उसके पश्चात शिक्षक पालक तथा जनप्रतिनिधियों के बीच चर्चा हुई। के जी सत्यम ने शिक्षकों का सहयोग करने का आह्वान पालको से किया। अंत मे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री ताटीजी ने अपने उद्बोधन में शिक्षकों और पालको के कर्तव्यों पर विस्तृत रूप से अपने विचारों को व्यक्त किया। ताटीजी ने कहा बच्चों के सही शिक्षा के लिए जितनी जिम्मेदारी शिक्षक की होती है उतनी ही जिम्मेदारी पलको की भी होती है विद्यालय में शिक्षक को अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभाना चाहिए तथा घर मे माता पिता भी बच्चों पर सतत निगरानी रखेंगे तभी बच्चे अपने लक्ष्य प्राप्त कर सकेंगे।शाला नायक सुरेंद्र झाडी द्वारा अपने उदभोदन मे मुख्य अतिथि जी से संस्था प्रांगण में सरस्वती माता की मूर्ति स्थापना की मांग की जिसे तत्काल ताटीजी ने स्वीकार करते हुए अपनी स्वयं के निधि से स्थापित करने की घोषणा की गई।।अन्य छात्रों ने भी अपने विचार व्यक्त किये।।संस्था की छात्राओं के द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसकी सभी अतिथियों ने भरपूर सराहना की।।कार्यक्रम के अंत मे प्राचार्य रामदास कोरम ने सभी पालको से अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों को नियमित विद्यालय भेजे तथा आये हुए अतिथियों का आभार प्रकट किया ।कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता विनय पड़िशालावर द्वारा किया गया।।कार्यक्रम को सफल बनाने में मधुसूदन सर,अमर सर,लीलावती मेडम,कांता मेडम,मकबूल सर, लोकेश मांडले, मोहन सर बनैया सर एवम संस्था के अन्य कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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