*जल संसाधन विभाग में ,करोडों की भ्रष्टाचार होने की शिकायत, *,,,,,,,,,,,,,*आर.एल.कुलदीप की रिपोर्ट*
भानुप्रतापपुर::::::::::: केंद्रीय विशेष सहायता मद से जल संसाधन विभाग द्वारा कराए गए कार्यों में भारी गड़बड़ी होने की आशंका शिकायतकर्ता ने जताई हैं।
मरम्मत के नाम पर अधिकारियों के द्वारा जमकर भ्रष्टाचार की गई हैं।
करोड़ो खर्च होने के बाद भी किसानों को एनीकट और तालाबों से कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है।
सूचना के अधिकार से मिली दस्तावेजों में पड़ताल से खुलासा हुआ है कि कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग कांकेर द्वारा केंद्रीय विशेष सहायता मद से 263.490 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति मिली थी जो कार्य पूर्ण भी बताया गया है,।
लेकिन अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन विभाग भानुप्रतापपुर द्वारा कार्य नहीं करना बताया जा रहा है।
अगर कार्य नहीं कराया गया है तो करोड़ों की स्वीकृति राशि कहा खर्च किया गया यहां जांच का विषय है।
ज्ञात हो कि केंद्रीय विशेष सहायता मद से जल संसाधन विभाग कांकेर द्वारा वित्तीय वर्ष 2018 – 19 एवं 2019 – 20 में 263.490 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति मिली थी।
जिसमें दमकसा स्टॉप डेम निर्माण कार्य के लिए प्रशासनिक स्वीकृति 158.950 करोड़, भेजा व्यपवर्तन में डी.सी. निमार्ण व नहर मरम्मत कार्य के लिए 22.00 लाख, जनकपुर तालाब में डी. सी. निमार्ण व नहर मरम्मत कार्य के लिए 23.130 लाख, आसुलखार तालाब के नहर में प्रोटेक्शन वाल निमार्ण व मरम्मत कार्य के लिए 29.450 लाख, पिच्चेकट्टा तालाब के नहर में प्रोटेक्शन वाल निमार्ण व मरम्मत कार्य के लिए 29.960 लाख स्वीकृति हुआ था व कार्य भी पूर्ण बताकर भुगतान भी कर दिया गया है।
इसी कार्य के पूर्ण दस्तावेज के लिए अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन उप संभाग भानुप्रतापपुर के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर जानकारी चाही गई थी ।
अनुविभागीय अधिकारी ने इस वित्तीय वर्ष 2019 – 20 में कार्य नहीं कराया जाना बताया गया है।
कार्य नहीं कराया गया है तो करोड़ो की राशि कहा खर्च किया गया है।
जांच के लिए शिकायतकर्ता द्वारा प्रमुख अभियंता जल संसाधन विभाग छत्तीसगढ़, सचिव छत्तीसगढ़ जल संसाधन विभाग, जिला कलेक्टर कांकेर सहित कई बड़े अधिकारियों के पास लिखित शिकायत की गई हैं।
कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग कांकेर – आरके सिंगाई
केंद्रीय विशेष सहायता मद से जो कार्य कराया गया है, उसे मैं फाइल देख कर ही बता पाऊंगा, अभी कुछ नहीं कहा सकता।