नगद भुगतान के लिए विधायक श्रीमती सावित्री मनोज मंडावी ने सीएम को लिखा पत्र
दुर्गुकोंडल
भानूप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में तेन्दूपत्ता का संग्रहण कर रहें, तेन्दूपत्ता संग्राहकों के पारिश्रमिक का नगद भुगतान करने की मांग को लेकर विधायक श्रीमती सावित्री मनोज मंडावी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है। विधायक ने अपने पत्र में कहा कि कांकेर जिला का भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र वनांचल के साथ ही आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। यहां निवासरत नागरिक तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य करते हैं। साथ ही दूरस्थ अंचलों के संग्राहकों के जीविकोपार्जन का एक साधन भी है। इस अंचल में निवासरत लोगों के लिए तेन्दूपत्ता संग्रहण एक त्यौहार जैसा होता है।
भानूप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दुर्गुकोंडल, भानूप्रतापपुर, चारामा, में सभी संग्राहकों के पास बैंक खाता भी उपलब्ध नहीं है। जिले के ग्रामीण अन्य शासकीय योजनाओं के लिये बैंकों में जीरो
खाता बंद होने से खाते में राशि अंतरण (जमा) नहीं हो पाता है, बैलेंस में खाता खोल रखा है लेकिन जिससे ग्रामीण बैंकों तथा विभाग के
लेन देन के अभाव में कई खाते बंद हो चुके है। जनधन योजना के तहत खोले गये कई खाते भी वर्तमान में बंद हो चुके है, जिन्हें तत्काल शुरू किया जाना संभव नहीं है और नये खाते वर्तमान समय पर खोला जाना भी संभव नहीं है।
विधायक श्रीमती सावित्री मनोज मंडावी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में यह भी कहा कि कांकेर जिले का भानुपतापुर विधानसभा अतिसंवेदनशील क्षेत्र है। यहां पर अंदरूनी गांवों से बैंकों. की दूरी अधिक है। दूरस्थ अंचल होने के कारण परिवहन के साधन भी उपलब्ध नहीं होने से बैंक शाखाओं से राशि आहरण करने आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मुख्यमंत्री के नाम लिखे पत्र में विधायक श्रीमती सावित्री मनोज मंडावी ने यह भी कहा कि पिछले दिनों भानुपतापुर विधानसभा के कई गांवों के तेन्दूपत्ता संग्राहक एवं ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधियों ने किया है।
अंदरूनी गांवों की दूरी बैंक से काफी दूर
मनरेगा व अन्य योजनाओं में भी वर्तमान में बैंकिंग सुविधा प्रदान की जा रही है किन्तु उनके भी खाते बंद होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तेंदूपत्ता संग्राहकों को तेंदूपत्ता पारिश्रमिक भुगतान तत्काल उपलब्ध हो जाने से उनके अपनी जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में आसानी होगी।
नगद भुगतान कराने को लेकर विधायक को ज्ञापन दिया था और ज्ञापन में वर्तमान बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से होने वाली समस्याओं को अवगत कराते हुए नगद भुगतान की मांग तेंदूपत्ता संग्राहकों ने की थी। इन समस्याओं को देखते हुए विधायक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक का नगद भुगतान किये जाने का आग्रह किया है।