*1. सीपीआई ने पत्रकार वार्ता कर लगाया गंभीर आरोप बीजापुर जिले में ग्रामीण आदिवासी रोजगार की तलाश में अंतर्राज्यो में पलायन को हैं मजबूर नेता ठेकेदार डकार जाते हैं पंचायत के कामों को_ कमलेश झाड़ी*,,,,,,,,,,,*मुर्गेश शेट्टी की रिपोर्ट*
*2 छत्तीसगढ की कांग्रेस सरकार अनुसुचित छेत्र के लोगों के विकाश को लेकर गंभीर नही घोषणा पत्र में किए वादे पर करें अमल _ सीपीआई*
बीजापुर::::::: भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी जिला कमेटी बीजापुर ने पिछले 10 दिनों से गांव गांव में जाकर बस्तर के 1910 का महान भूमकाल को लोगों के बीच जाकर मनाया। वहीं जिले भर से कई समस्याएं भी निकलकर सामने आई गांव में रहने वाले लोगों को काफी दिक्कातों का सामना करना पड़ रहा है।
किसी के हाथ में काम नही है। लोग रोजगार के लिए अंतर्राज्यों में पलायन को मजबूर हैं। लोगों ने बताया कि अगर कोई छोटा मोटा काम पंचायत में आ भी जाए तो नेता ठेकेदार गटक जाते हैं।
वहीं सीपीआई नेता कमलेश झाड़ी ने पत्रकार वार्ता में कहा की छत्तीसगढ की कांग्रेस सरकार अनुसुचित छेत्र को लेकर बिलकुल गंभीर नही है सिर्फ पूंजीपतियों और ठेकेदारों के विकाश में लगी है।
आगे उन्होने कहा की छेत्र के आदिवासी ग्रामीण पिछले दो वर्षों से अपनी जायज मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं पर मौजुदा सरकार सिर्फ़ और सिर्फ़ इनपर लाठियां और गोलियां बरसाई है पेसा कानून पांचवी अनुसूचित छेत्र होने के बौजूद इन्हे खदेड़ा जाता है सरकार चाहे तो इन ग्रामीणों से बात कर सकती है पर ये चाहते नही।
वहीं उद्योग मंत्री कवासी लखमा के बीजापुर दौरे के सवाल पर कमलेश झाड़ी ने कहा कि वह चुनावी लालीपोप बांटने आएं हैं निर्माण कार्यों का सौगात और भूमिपूजन महज ठेकेदार और खुद का विकास मात्र है और कुछ नहीं। सीपीआई का आरोप है कि कांग्रेस की सरकार अपने वादे से मुखर गई है और स्थानीय जनप्रतिनिधि भ्रष्टाचार को अंजाम देकर अपनी झोली भरने में मस्त हैं।
पर अब इस छेत्र की जनता समझ चुकी है आनेवाले चुनाव में जनता इन्हे जरूर सबक सिखाएगी।।