*भैरमगढ़ ब्लाक के 8 स्कूलों को, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय बनाने प्रभारी मंत्री ने दिए, 3 करोड़ 68 लाख की सौगात,भैरमगढ़ के सुदूर क्षेत्रों में सर्वसुविधायुक्त उत्कृष्ट शिक्षा मिलेगी*,,,,,,,,,,,,*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*
बीजापुर :::::::::::: छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य कर आबकारी वाणिज्य एवं उद्योग तथा बीजापुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने अपने बीजापुर प्रवास के दौरान भैरमगढ़ ब्लाक के आठ स्कूलों को स्वामी आत्मानंद स्कूल में समायोजित करते हुए कक्ष निर्माण हेतु 3 करोड़ 68 लाख रूपए की सौगात देते हुए भूमिपूजन किया। इन स्कूलों में नेलसनार, माटवाड़ा, कोडोली, पिनकोंडा, भैरमगढ़ एवं पुसनार शामिल है।
जिसमें स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय शासकीय पोटाकेबिन स्कूल नेलसनार को 38.13 लाख, स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय माटवाड़ा को 42.34 लाख रूपए, स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय शासकीय हाई स्कूल कोडोली को 46.76 लाख रूपए, स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय शासकीय पोटाकेबिन स्कूल माटवाड़ा को 42.34 लाख, स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय शासकीय पोटाकेबिन पुसनार को 38.13 लाख रूपए, स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भैरमगढ़ को 41.49 लाख रूपए, स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नेलसनार को 42.63 लाख रूपए, स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय पोटाकेबिन स्कूल पिनकोंडा को 38.13 लाख रूपए कुल 3 करोड़ 68 लाख रूपए का भूमिपूजन किया।
भूमिपूजन कार्यक्रम शासकीय हाईस्कूल नेलसनार में आयोजित हुआ जहां मंत्री श्री कवासी लखमा का स्कूली बच्चों एवं ग्रामीणजनों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।
करोंड़ों की सौगात देने और उत्कृष्ट शिक्षा हेतु स्वामी आत्मानंद स्कूल खोलने से ग्रामीणों और स्कूली बच्चों में उत्साह का माहौल देखने को मिली।
मंत्री श्री लखमा ने विद्यार्थियों से आत्मीय भेंट कर मन लगाकर पढ़ाई करने और अपने रूचि के क्षेत्र में सफल होने मेहनत और लगन से प्रयास करने के लिए प्रेरित किया।
मंत्री ने स्वयं अपने हाथों से बच्चों को मिठाई बाटी और उनके खुशी में शामिल हुऐ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा कि पढ़ाई जीवन का सबसे बड़ा धन शिक्षा के महत्व को समझते हुए प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल ने दूरस्थ क्षेत्रों के गरीब आदिवासी, ग्रामीण बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा देने की मंशानुरूप जिले में स्वामी आत्मानंद स्कूल खुले हैं जहां गरीब आदिवासी के बच्चें आज अंग्रेजी बोल, पढ़ पा रहे हैं, मंत्री ने कहा कि बीजापुर जिले में शिक्षा को सर्वश्रेष्ठ प्राथमिकता दी जा रही है।
वर्षों से बंद पड़े स्कूलों को खोला गया है आज वहां के नौनिहाल शिक्षा के मुख्य धारा से जुड़ गये हैं, छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा के महत्व को समझते हुऐ 1 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान रखा है। जिससे स्कूल अब सुंदर-सुसज्जित और सर्वसुविधायुक्त होगा।
बच्चों को सकारात्मक मानसिक ऊर्जा प्राप्त होगी। मंत्री श्री लखमा ने कहा कि कोई भी स्कूल अब जर्जर नहीं रहेगा।
कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि मरम्मत योग्य स्कूलों की आगामी शिक्षा सत्र से पहले मरम्मत कराए और जर्जर स्कूलों को डिसमेंटल कर पुनः नया भवन बनाने का कार्य करें।
बच्चों को प्रेम और स्नेह देते हुए मन लगाकर और पूरी ईमानदारी के साथ पढ़ाई करने, कलेक्टर, एसपी, डाक्टर, बिजनेस मेन जैसे पदों पर पहुंचने के लिए प्रेरित किया।
विधायक एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री विक्रम शाह मंडावी ने बीजापुर जिले के बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए मिली सौगात के लिए प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल एवं प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा का आभार व्यक्त किया।
वहीं कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा ने बताया कि जिले में 30 स्कूलों का चयन स्वामी आत्मानंद स्कूल के रूप में किया गया है। अभी वर्तमान में 07 स्कूल संचालित है।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री शंकर कुड़ियम, युवा आयोग के सदस्य श्री प्रवीण डोंगरे, खाद्य आयोग के सदस्य श्री इम्तियाज खान, जनपद अध्यक्ष श्री दशरथ कुंजाम, जनपद उपाध्यक्ष श्री सहदेव नेगी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री बीआर बघेल, एसडीएम श्री उत्तम सिंह पंचारी, सीईओ जनपद पंचायत जेआर अरकरा सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षक-शिक्षिकाएं, स्कूली बच्चे, गणमान्य नागरिक एवं मीडिया प्रतिनिधि मौजूद थे।