*खुलासा : कारनामों ने जिला प्रशासन की नाक में दम कर रखा, भ्रष्टाचार की मंकडजाल , बाउंड्री वॉल की टेंडर प्रक्रिया फर्जी *,,,,, दीपक मरकाम की रिपोर्ट*

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*खुलासा : कारनामों ने जिला प्रशासन की नाक में दम कर रखा, भ्रष्टाचार की मंकडजाल , बाउंड्री वॉल की टेंडर प्रक्रिया फर्जी *,,,,, दीपक मरकाम की रिपोर्ट*

सुकमा : जिले मे जिला निर्माण समिति की कारगुजारी अब चरम सीमा पर पहुंच गई है।

गुप्त निविदा को लेकर सुर्खियो में रहने वाले इस विभाग के नित नये कारनामों ने जिला प्रशासन की नाक में दम कर रखा है।

ऐसा ही कुछ खुलासा भाकपा नेता व जिपं सदस्य रामा सोड़ी ने स्वयं निर्माण कार्य का मुआवना कर
जिला निर्माण समिति का भांडाफोड़ किया है।

वही भाकपा ने चेतावनी भरे लहजे
में कहा कि अगर संबंधितों पर कार्रवाई नही होती तो फिर बड़े आन्दोलन की ओर रूख करेंगे।

सुकमा जिले मे गुप्त निविदा का खेल कब और कैसे रूकेगा ये हर अखबारों की सुर्खियां बन गई है।

वर्षो से गुप्त निविदा प्रकाशन की परंपरा को वर्षो
बाद तक जीवित रखने का खेल आज भी जारी है।

हालांकि पिछले दिनों निविदा प्रकाशन के खेल में गड़बड़ झाले के उजागर होने के बाद कलेक्टर ने ऐसे
कृत्यों पर रोक लगाने की दिशा मे कारगर कदम उठाया भी था, परंतु वर्षो से जमी काई इतनी आसानी से निकलना संभव नही है।

भाकपा का दल पहुंचा मुतोड़ी सुकमा जिले के जिपं सदस्य रामा सोडी के नेतृत्व में मुतोडी पहुंचे।

इस दौरान एआईवायएफ प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश नाग, हुंगा सोडी सरपंच जीरमपाल बालक आश्रम मुतोडी गये थे, श्रभ् सोड़ी ने कहा कि हमने देखा बाउंड्री वॉल पहले से बना हुआ है।

सरपंच के द्वारा पूछने पर पता चला कि बाउंड्री वॉल
जुलाई महीने में पूरा बन गया है, लेकिन टेंडर प्रक्रिया अभी किया गया है जो ठेकेदार उस बाउंड्री को बनाया।

बाकी सभी का निरस्त कर उसे दिया गया है।

इसका मतलब साफ बात है कि पूरी टेंडर प्रक्रिया फर्जी है।

सेटिंग से चल रहा है निविदा का कार्य जिपं सदस्य रामा सोड़ी ने जारी वक्तव्य मे कहा कि मुतोड़ी के इस कार्य को
निरस्त करना चाहिए।

वर्तमान में कांग्रेस सरकार और स्थानीय मंत्री के राज
में गोपनीय टेंडर का खेल चल रहा है विरोध करने के बाद ओपन टेंडर तो लग रहे हैं लेकिन पुरा काम सेंटिंग हो जाता है और उन्हें ही काम मिलता है।

स्थानीय नेताओं के द्वारा फोन कर ठेकेदारो को काम नहीं लेने को कहा जाता है उस काम को छोडो वो हमारे लोगों का है इस तरीके का अभी भी टेंडर प्रक्रिया में खेल जारी है।

इस तरीके से अगर चुनिंदा ठेकेदारों को ही
कामों का बंटवारा होते रहेगा तो निश्चित तौर पर भारतीय कम्यूनिस्ट के द्वारा बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

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