*कार्यशाला में कलेक्टर ने चयनित डेमो विद्यालयों की स्थिति पर शिक्षकों से किया चर्चा* ,,,,,,,,,भोपालपटनम से तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,

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*कार्यशाला में कलेक्टर ने चयनित डेमो विद्यालयों की स्थिति पर शिक्षकों से किया चर्चा*

,,,,,,,,,भोपालपटनम से तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,

बीजापुर जिले में तीन दिन से चल रहें समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान की प्रथम जिला स्तरीय कार्यशाला का शनिवार को अंतिम दिन था, इस अभियान के कार्यशाला में कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा द्वारा प्रधानपाठकों से व भैरमगढ़ के स्वयंसेवक शिक्षिकाओं के साथ प्रशासन से उनकी अपेक्षाओं पर चर्चा किया गया, साथ ही कार्यशाला के समापन के दौरान कलेक्टर द्वारा अपने वक्तव्य से प्रधानपाठकों को संबोधित करते हुए कहा गया कि बच्चों की प्राथमिक शिक्षा हमारे जिले की प्राथमिकता है जिसके लिए जिले में समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान की शुरुआत की गई है, शिक्षक बच्चों को संस्कार व जीने का तरीका बताते है, मनुष्य को बेहतर इंसान बनाने में शिक्षा का बहुत बड़ा योगदान है, शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जिससे हम संवाद स्थापित करते है, महत्वपूर्ण यह है कि हम सही गलत का निर्णय करें, शिक्षक क रूप में हमारा योगदान कितना रहा, मूल्यों के संवर्धन में, नैतिकता के संवर्धन में यह हमें देखना है, बच्चा क्या कैसे सीख रहा है इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है, तथा जिले की स्थिति को देखते हुए अभिभावकों को दोष देना उचित नहीं है, शिक्षक को प्रत्येक बच्चें को व्यक्तिगत रूप से समझना आवश्यक है, जिससे वह बच्चा आगे बढ़ पाए व समाज निर्माण में अपना योगदान दें। इसी के साथ कलेक्टर द्वारा शिक्षकों की अपेक्षाओं को जानते हुए बताया गया कि खेल- खेल में पढ़ने के लिए पाठ्यसामग्री तथा अन्य मटेरियल को उपलब्ध कराया जाएगा। ट्रेनिंग के दौरान चल रहे बाल मनोविज्ञान विषय पर सेशन को कलेक्टर द्वारा अटेंड किया गया। इस सत्र के लिए दन्तेवाड़ा से मानस फाउंडेशन की मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञ पार्वती जी को आमंत्रित किया गया था, जिन्होंने बाल मनोविज्ञान तथा शिक्षक को ध्यान में रखने वाली आवश्यक बातों पर पीपीटी के माध्यम से प्रधानपाठकों की समझ बनाई गयी, इस दौरान बाल मनोविज्ञान के साथ साथ डिप्रेशन, अवसाद व चिंता इन विषयों पर समाधान तथा स्थिति पर चर्चा किया गया।
समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान की जिला स्तरीय कार्यशाला के इस अंतिम दिन में अधिकतम गतिविधियों को शिक्षकों द्वारा किया गया। कार्यशाला की शुरुआत गांधी फेलो श्री अरुण कुमार व कु भूमिका पेंदोर द्वारा चेतना गीत से की गई, जिसके उपरांत पिरामल फाउंडेशन व नीति आयोग के एडीसी जिला समन्वयक श्री मांशु शुक्ला द्वारा शिक्षकों की बीते दिन से सिख व चुनौतियों पर समझ बनाई गई, कार्यशाला के मुख्य विषयों में नई शिक्षा नीति, बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान, निपुण भारत मिशन पर डाइट के मास्टर ट्रेनर श्री विद्याभूषण नेताम द्वारा, भाषा गतिविधियों कराने हेतु वीडियो के माध्यम से ललित निषाद द्वारा तथा सरल कार्यक्रम पर श्री जरासंघ सोनवानी द्वारा समझ बनाई गई, इस दौरान कार्यक्रम में टेक्निकल सपोर्ट तथा सेशन व हॉल मैनेजमेंट की जिम्मेदारी गांधी फेलो श्री सागर गजभिये व श्री जुबेर आलम द्वारा निभाई गयी, डेटा एनेलिसिस्ट श्री आशीष वर्मा द्वारा प्रधानपाठकों की समस्याओं व अपेक्षाओं हेतु गूगल फॉर्म को साझा किया गया तथा कार्यशाला के समापन की घोषणा की गई। कार्यक्रम में एडमिन संपोर्ट के रूप में शिक्षा विभाग के श्री शिव बोरला सहित रोहित, अजय व गौतम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दौरान चयनित डेमो विद्यालय के 131 प्रधानपाठकों के साथ डाइट, शिक्षा विभाग, पिरामल फाउंडेशन की टीम मुख्य रूप से उपस्थित थी।

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