अजय सिंह ने लगाया गंभीर आरोप, सत्ता में काबिज होने के बाद बदल गए विधायक के सुर तेवर, खोल दी 2013 से अब तक कि हिस्ट्री,,,,,,,,, भोपाल पटनम से जर खान की रिपोर्ट,,,,,,

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अजय सिंह ने लगाया गंभीर आरोप, सत्ता में काबिज होने के बाद बदल गए विधायक के सुर तेवर, खोल दी 2013 से अब तक कि हिस्ट्री,,,,,,,,, भोपाल पटनम से जर खान की रिपोर्ट,,,,,,

बीजापुर :::::युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह ठाकुर ने क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिसने कांधे में बैठाकर जीत का स्वाद चखवाया अब उसी व्यक्ति का कान काट रहे हैं l सत्ता में काबिज़ होने के बाद इनके सुर और तेवर दोनों बदल गए हैं l इन्हे पार्टी से जुड़े नेताओं से नहीं बल्कि ठेकेदारों से दोस्ताना निभाने में मशरूफ है l अपने चहेतों को सरकारी कामों का ठेका दिलवाकर कमीशन से झोली भर रहे हैं l अजय सिंह ने कहा है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो आगामी होने वाले विधानसभा चुनाव में परिणाम पार्टी के लिए बुरा हो सकता है l वर्तमान में बस्तर संभाग की सभी सीटें कांग्रेस की झोली में है l विधायक विक्रम शाह मंडावी के कभी इनके बेहद करीबी माने जाने वाले युवा आयोग के सदस्य अजय सिंग ठाकुर ने बेहद गंभीर आरोप लगा रहे हैं l इनका कहना है, विपक्ष में रहने के दौरान हमने जमीनी स्तर पर कॉंग्रेस पार्टी के लिए जो मेहनत की वो किसी से नहीं छुपी है l बीजापुर विधानसभा सीट 2008 के बाद पूरी तरह बीजेपी गढ़ हो गया था दरअसल कांग्रेस के कद्दावर नेता राजेंद्र पामभोई जी के हाँथ से सीट फिसल कर भाजपा की झोली में आ गई और महेश गागड़ा विधायक हुए जो लगातार दो बार विधायक चुने गये साथ की उन्हें संसदीय सचिव फिर दूसरी बार वर्ष 2013 के चुनाव में विक्रम मंड़ावी को परास्त कर कैबिनेट के मंत्री पद पर अपनी जगह बना ली l दो बार कांग्रेस की पराजय के बाद मानो इस सीट को हासिल करना कांग्रेस और क्षेत्रीय नेताओं के लिए लोहे के चने चबाने जैसा हो गया था, बावजूद इसके हमने पार्टी के प्रति पूरी निष्ठा के साथ काम किया और धुर नक्सल ग्रामीण क्षेत्रों में पहुँच कर एक एक वोट हासिल की, परन्तु अब शायद पार्टी को हम जैसे जुझारु कार्यकर्ताओ की आवश्यकता नहीं है l क्षेत्रीय विधायक अपनी मनमानी करने में लगे हुए हैं l हमने नागरिकों से विकास का वादा किया था मगर हमारे विधायक चंद ठेकेदारों के हितैसी बने बैठे हैं जो सरकारी काम काज का ठेका अपने चेहेतों को दे रहे है l अजय सिंह ने कहा है कि विक्रम मंडावी को यह कदापि नहीं भूलना चाहिए की आज जिस ओहदे में विराजमान है, वह कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा है उनके अकेले का परिश्रम नही है l विधायक की कार्य शयली के खिलाफ हमने आवाज उठाई किन्तु अफ़सोस हमारे मुख्यमंत्री सुनने को तैयार नहीं है l इस संदर्भ में मुख्यमंत्री से मिलने की कई बार कोशिश की गई, उनके सचिव को पत्र लिखा, व्यक्तिगत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को वाट्सअप में मैसेज किया, जिसका कोई जवाब नहीं आया l ऐसा लगता है मानों बीजापुर विधानसभा में पार्टी से केवल विधायक ही है अन्य कोई नेता या कार्यकर्ता नहीं l यहाँ तक की मुझे मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में प्रवेश की भी अनुमति नहीं है जो बेहद निंदनीय है l मेरे मेहनत का मुझे अब अपने ही पार्टी से यह सिला मिल रहा है l हम अभी भी कांग्रेस की विचार धाराओं पर चल रहे है लेकिन विधायक अपने मकसद को आम जनता के हित को भुला बैठे हैं l विक्रम शाह मंडावी को जीत दिलाने बीजापुर विधानसभा में जमीन स्तर पर अपनी ताकत झोंक दी थी l इस बात का ज़िक्र करना आवश्यक हो गया हैं क्यों की विक्रम शाह मंडावी , बस्तर संभाग क्षेत्र के कद्दावर नेता कहे जाने वाले बीजेपी से महेश गागड़ा का सामना एक बार कर चुके थे और इस दौरान उन्हें 9 हजार से अधिक मतों से बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा , वहीं गुजिशता विधानसभा चुनाव में हर संभव जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस हाई कमान उन चेहरों की तलाश में थी जो पार्टी में रहकर क्षेत्र में जमीनी मजबूत पकड़ रखे हुए हो और जीत हासिल करने की काबलियत रखते हैं उन्हें टिकट दिया जा रहा था ऐसे में हारे हुए प्रत्याशियों को टिकट देना यानी लंगड़े घोड़े को रेस में उतार कर दाव लगाने का बड़ा रिस्क कांग्रेस आलाकमान 2018-19 के चुनाव में नहीं लेना चाहते थे इन सारी परिस्थिति को देखते हुए दूसरी बार मंडावी को कांग्रेस से टिकट मिलना नामुमकिन था l बीजापुर के राजनीतिक गलियारों में कहा जाता है की विक्रम शाह मंड़ावी की 2018-19 के विधान सभा चुनाव में टिकट कटने की सुग बुगाहट लगते ही अजय सिंह ठाकुर नेउनके टिकट के लिऐ दिल्ली तक दौड़ लगाई थीं ।

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