गायत्री शक्तिपीठ बीजापुर में जिला स्तरीय युवा प्रकोष्ठ की बैठक संपन्न,,,,,,, ,,,,,,,,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,,

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गायत्री शक्तिपीठ बीजापुर में जिला स्तरीय युवा प्रकोष्ठ की बैठक संपन्न,,,,,,,

,,,,,,,,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,,

*प्रांतीय प्रतिनिधियों ने माताजी के जन्म शताब्दी 2026 के संबंध में लक्ष्य निर्धारित किया*

बीजापुर,,,,,,,,,,,,,,,,,,, अनंत चतुर्दशी से पूर्व जिला स्तरीय परिजनों की विशेष बैठक गायत्री शक्तिपीठ बीजापुर में युवा प्रकोष्ठ के प्रांतीय प्रतिनिधियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य एवं वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा के सूक्ष्म सानिध्य में सप्त सूत्रीय आंदोलन में युवा प्रकोष्ठ की महत्वपूर्ण भूमिका है जो पूरे भारत एवं विश्व में कार्यरत है । युवाओं को नशे से दूर कर सृजनात्मक कार्य में लगाना ताकि युवा अपने मूल उद्देश्यों से ना भटके क्योंकि युवा ही हमारे देश की भविष्य हैं। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए बिलासपुर से पधारे श्री योगेश साहू एवं सुरेन्द्र गुप्ता ने जिला स्तरीय बैठक में युवा मंडलों का गठन, नशा मुक्ति अभियान,युवा जोडो अभियान, जल संवर्धन आदि पंच महा अभियान के बारे में जानकारी साझा किया साथ ही माता जी की जन्म शताब्दी 2026 से पूर्व मिशन के रचनात्मक आंदोलन को गति देने एवं जन जन तक गुरु के संदेश को पहुंचाकर लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का लक्ष्य सौंपा। गायत्री को सर्व सुलभ बनाने के लिए परम पूज्य गुरुदेव ने जिस तरह कठिन तपस्या कर 24=24 लाख कके 24 महापुरुषचरण कर गायत्री को आमजन के लिए सुलभ बनाया इस विषय पर बारीकी से प्रकाश डाला एवं गायत्री महामंत्र का सामूहिक एवं व्यक्तिगत रूप से जाप अनुष्ठान करने हेतु परिजनों ट्रस्टियों एवं पदाधिकारियों को निर्देशित किया। शक्तिपीठ, प्रज्ञा पीठ, युवा मंडल,महिला मंडल आदि को जीवंत जागृत बनाने के लिए एक कुंडीय यज्ञ, दीपयज्ञ आदि के माध्यम से कार्य करने हेतु कहा गया। परिस्थितियां हर क्षेत्र में भिन्न-भिन्न होती हैं परंतु गायत्री परिजन परिस्थितियों का दास नहीं वरन उसकी स्वामी है गुरुदेव के इस वाक्य को चरितार्थ करते हुए काम करता है तथा समाज को दिशा देता है। मिशन की जनकल्याणकारी आंदोलन में सक्रियता दिखाते हुए कार्य कर जन्म शताब्दी में पूर्णाहूति देनी है। कार्यक्रम में प्रमुख प्रबंध ट्रस्टी शंकर कुड़ियम , जिला समन्वयक विजय बहादुर राजभर, शक्तिपीठ व्यवस्थापक एवं ट्रस्टी जयपाल सिंह राजपूत, सहायक प्रबन्ध ट्रस्टी बीरा राजबाबू ,ट्रस्टी संतोष कुमार अग्गीवार, युवा प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष के.संतोष, ट्रस्टी खेमिन यादव, रुक्मणी झाड़ी जिला महिला अध्यक्ष के अलावा पूर्ण चंद बेहरा ,टी हेमलता, मुन्नालाल भास्कर, दसरू पदामी,सत्य प्रेम बेंजामि, रतन कश्यप, राजमन कश्यप, सरजू भास्कर, जीवन तेलामी,उमेश्वरी समरत ,सविता कुरूद, भीमे चामीमी सहित सैकड़ो गायत्री परिजनों ने अपनी उपस्थिति दी एवं ऋषि पुत्रों के संदेश को आत्मसात् किया । कार्यक्रम में संगीतमय वातावरण बनाने के लिए मानस मंडली के सदस्यों प्रजापति सिन्हा, मांडवी जी, संतोष एंड्रिक ,विनीता मिंज आदि ने सुमधुर भजन गाकर माहौल को भक्तिमय बनाया। गायत्री परिवार द्वारा सिन्हा जी के रामायण मंडली में अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया साथ ही मानस मंडली को भी मंत्र चादर एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया गया । अतिथियों की विदाई से पूर्व उन्हें तिलक चंदनकर श्रीफल भेंट कर उन्हें विदाई दी गई तथा फरवरी 2025 में प्रज्ञापीठ भैरमगढ़ में मां गायत्री की प्राण प्रतिष्ठा के संभावित कार्यक्रम की सफल नियोजन के लिए जिला स्तरीय आयोजन समिति का गठन किया गया एवं स्थानीय स्तर पर ब्लॉक एवं ग्राम स्तर की समितियों का गठन आगामी दिनों में भैरमगढ़ में किए जाने का निर्णय लिया गया। बैठक से पूर्व सुबह 10:00 बजे से 12:00 तक बाल संस्कारशाला का आयोजन हुआ जिसमें 6 से लेकर 17 वर्ष के बच्चों को निशुल्क योग संगीत एवं जीवन जीने की कला, आदर्श जीवन के सूत्र आदि नैतिक एवं बौद्धिक शिक्षा दिया गया । बच्चों की भारी संख्या को देखते हुए आए हुए प्रतिनिधि भाव विभोर होकर शक्तिपीठ की प्रशंसा किया।

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