कोण्डागांव जिले के बड़े डोंगर क्षेत्र में नवाखाई पर्व पर देवी देवताओं को लगाया नया अन्न का भोग
⭕ RKभारतNEWS राजमन नाग फरसगांव की रिपोर्ट
बड़े डोंगर क्षेत्र के आदिवासी अंचल में महापर्व नवाखाई ठाकुर जोहानी धूमधाम से मनाया जा रहा है यह बता दे कि मानव जीवन के विकास क्रम एवं पाषण युग से पशुपालन एवं कृषि युग के प्रवेश करने व नये फसल को उपभोग करने के पूर्व उसकी पूजा करने व द़ैविय शक्तियों से अनुमति लेने की अनुठी परंपरा आदिकाल से चली आ रही है और संस्कृति पूनांग तिन्दाना (नया खानी ) त्यौहार पर रीति रिवाज के साथ क्षेत्र के सभी छोटे बड़े गांव के धूमधाम से मनाते हैं परंपरा के अनुसार नवाखाई के दिन नया चावल का पहला चढ़ावा अपने इष्ट देव बुड़ादेव एवं कुलदेवी तथा अपने पूर्वजों को अर्पित कर पूरे परिवार के साथ नया चावल अर्पित कर महापर्व मनाया जाता है
नवाखाई के दूसरा दिन परंपरा के अनुसार गांव के मुखिया गायता जोहानी मनाया जाता है इसी महापर्व पर्व में क्षेत्र के भोंगापाल बड़गई मोदेबेड़मा आलमेर मिश्री, में बड़े उल्लास के साथ मनाते हुए दिखे दूसरे दिन भोंगापाल में रेला पाटा फुल्की नाचा माता जिम्मेदारी के मंदिर में नाच कर गांव के मुखिया गायता के घर में शुरू कर प्रत्येक घर में रेला पाटाओ के साथ नाचा और सभी घर से इकट्टे होकर नये धान के चिवडे़ से गांव की मुखिया का सेवा अरजी विनती कर पवित्र महुये का फूल का रस एंव लंन्दा भेटकर उन्हें धन्यवाद दिया गया की आपकी बसाई गांव में आपकी कृपा सदैव बनी रहे हम धन-धान्य एवं पशुधन से समृद्धि रहे हमारी भूलचूक को क्षमाकर दो और हमारा सेवा स्वीकार करें, ऐसा विनीत भाव लेकर समस्त ग्रामवासी नतमस्तक होकर पेन वंशज गायता से बेटकर उनसे भी आशीर्वाद लेते हैं तत्पश्चात पुनः रेला पाटा हुलकी नाचा के साथ आखिरी किया जाता है