कलेक्टर ने ली आश्रम-छात्रावास अधीक्षकों की बैठक* *‘आश्रम-छात्रावासों में उपलब्ध कराएं आदर्श वातावरण‘* *बच्चों के शिक्षा और सेहत पर विशेष ध्यान रखने के दिए निर्देश*,,राजमन नाग कोंण्डागांव

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*कलेक्टर ने ली आश्रम-छात्रावास अधीक्षकों की बैठक*
*‘आश्रम-छात्रावासों में उपलब्ध कराएं आदर्श वातावरण‘*
*बच्चों के शिक्षा और सेहत पर विशेष ध्यान रखने के दिए निर्देश*

RKभारतNEWS,,, राजमन नाग कोंण्डागांव

कोंडागांव, 18 जुलाई 2024/कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत की अध्यक्षता में आश्रम-छात्रावास अधीक्षकों की बैठक गुरुवार को आयोजित की गई। जिला कार्यालय के प्रथम तल स्थित सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने सभी आश्रम-छात्रावास के अधीक्षकों को विद्यार्थियों की शिक्षा और सेहत पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने इस दौरान कहा कि आश्रम-छात्रावासों में बच्चों की उपस्थिति पर निगरानी रखी जाए। उन्होंने मलेरिया सहित अन्य मौसमी बीमारियों के प्रकोप की संभावना को देखते हुए आवश्यक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को मच्छरदानी प्रदान करने के साथ ही खिड़कियों में भी जाली लगवाएं। बच्चों में बुखार आने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है अतः बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाएं। उन्होंने डायरिया के रोकथाम के लिए भी आवश्यक कार्यवाही करते हुए टंकियों एवं जलस्त्रोतों का क्लोरीनेशन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेन्यू के अनुसार बच्चों को भोजन प्रदान करें। मेन्यू चार्ट का प्रदर्शन प्रवेश मार्ग के साथ ही डायनिंग रुम में भी करें। भोजन पकाने के लिए सभी आश्रम छात्रावासों में एलपीजी का उपयोग करने के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही शौचालय और स्नानागार की स्वच्छता सुनिश्चित करें। इसके साथ ही कमरों में प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि बच्चों को जो सामग्री शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई है वह बच्चों को प्रदान करें तथा किसी भी स्थिति में अनुपयोगी न छोड़ें। उन्होंने आगामी मंगलवार को एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम के तहत सभी आश्रम-छात्रावास परिसर में वृक्षारोपण करने क निर्देश दिए।
कलेक्टर ने आश्रम-छात्रावास परिसर में स्वच्छता बनाए रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बच्चों को शिक्षा, खेलकूद के लिए आदर्श वातावरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोई बच्चा यदि किसी प्रकार की परेशानी व्यक्त कर रहा है तब तत्काल इसका निराकरण किया जाएगी। उन्होंने आश्रम-छात्रावासों में निगरानी समिति के गठन के साथ ही प्रत्येक माह पालक-बालक सम्मेलन आयोजित करने के निर्देश भी दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अविनाश भोई, आदिवासी विकास विभाग की सहायक आयुक्त डॉ रेशमा खान, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके सिंह, समग्र शिक्षा के जिला मिशन समन्वयक श्री महेन्द्र पांडे सहित आश्रम-छात्रावासों के अधीक्षकगण उपस्थित थे।

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