,*छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने सर्वप्रथम की भारत यात्रियों से मुलाक़ात *,,,,,,,,,,,,,,,*आर, एल, कुलदीप की रिपोर्ट*
* क्रान्ति बंजारे ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के उदारता के प्रति आभार प्रकट किया*
राजनांदगांव :::::::::::::::::::छत्तीसगढ़ प्रवास पर आए अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारत जोड़ो यात्रा के एक वर्ष पूर्ण होने पर छत्तीगसढ़ से शामिल पूर्णकालीन भारत यात्रियों से राजधानी में विशेष मुलाक़ात की।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रभारी सुश्री कुमारी सैलजा, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की उपस्थिति में क्रांति बंजारे, आशिका कुजूर, रत्ना पैंकरा, चौलेश्वर चंद्राकर, रामेश्वर चक्रधारी ने भेंट की।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में देश के लिए 145 दिन कन्याकुमारी से कश्मीर तक पांच महीने पदयात्रा करके देशभर में मोहब्बत का पैगाम देने वाले भारत यात्रियों ने आगामी विधानसभा में कांग्रेस का परचम लहराने का दृढ़ निश्चय किया है। इस विषय पर सभी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के समक्ष अपनी बात रखी।
क्रांति बंजारे ने बताया कि पूरे देश से 40 हजार लोगों ने यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन किया था। जिसमें केवल 118 लोगों का चयन किया गया था और उसमें छत्तीसगढ़ के 6 लोग शामिल थे। यह यात्रा कई मायनों में बेहद सफल और ऐतिहासिक साबित हुई। स्वतंत्र भारत की सबसे लंबी पैदल यात्रा ने देश में आपसी भाईचारे को मजबूत किया। राहुल गांधी नया दौर लेकर आए और नफरत की बजाए मोहब्बत का संदेश दिया। इससे देश का महौल बदला है।
उन्होंने कहा कि इसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने लोगों का भरोसा हासिल किया है। अपनी योजनाओं और नीतिगत फैसलों से जनता जनार्दन को उन्नति और समृद्धि की विकास यात्रा से जोड़ा है। प्रदेश की जनता एक बार फिर कांग्रेस को चुनकर बहुमत से सरकार बनाएगी।
बता दें कि एससी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली डोंगरगढ़ विधानसभा की क्रांति बंजारे और आदिवासी युवा नेत्री आशिका कुजूर ने राजीव गांधी पंचायती राज संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्षा सुश्री मीनाक्षी नटराजन के मार्गदर्शन में यात्रा के लिए आवेदन किया था।
वहीं सुश्री रत्ना पैंकरा ने प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती फूलोदेवी नेताम के मार्गदर्शन में महिला कांग्रेस की ओर से प्रतिनिधित्व किया था। ओबीसी समाज के प्रदेश अध्यक्ष चौलेश्वर् चंद्रकार और रामेश्वर चक्रधारी ने ओबीसी समाज का प्रतिनिधित्व किया था।