* आंखों में चश्मे जरूरी 2 गज की दूरी,,,,,,
*आई फ्लू को लेकर स्थिति नियंत्रण में- डॉअभय तोमर सिविल सर्जन- जिला सुकमा* ,,,,,,,,,,,,,,,,,,*आर. एल. कुलदीप की रिपोर्ट*
*0/ हाइजीनिक तरीके से रहे -महेश सांडिया सीएमएचओ जिला सुकमा*
*0/ करोना गाइडलाइन की तरह आई फ्लू के लिए भी सावधानियां बेहद जरूरी*
*0/ प्रारंभ में 30 से 40 प्रतिदिन आई फ्लू के चपेट में आते थे अब 3 से चार की संख्या मरीज*
*0/स्कूलों में बच्चों का हो रहा स्वास्थ्य परीक्षण*
*0/ राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के तहत स्कूलों आश्रम छात्रावासों पोटा केबिन पर बच्चों का हो रहा इलाज*
सुकमा:::::::::::::इन दिनों बस्तर संभाग के सातों जिले आंख की बीमारी के चपेट में है जिसे साइंस की भाषा में आई फ्लू कहा जाता है स्वास्थ्य विभाग आई फ्लू को नियंत्रित करने तरह-तरह के गाइडलाइन जारी करके संक्रमित बीमारी पर नियंत्रण करने भरपूर कोशिश कर रही है आई फ्लू के सर्वाधिक मामले सुकमा जिले से सामने आ रहे थे बीते सप्ताह आई फ्लू के मरीज प्रतिदिन 30 40 की संख्या में इलाज कराने जिला अस्पताल आते थे जिसमें स्कूली छात्र की संख्या अधिक थी उसके साथ साथ अन्य लोगों को भी आंख की बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया था मगर वर्तमान स्थिति नियंत्रण में है। 50 की संख्या पार करने वाले मरीजों की संख्या घटकर वर्तमान में 3-4 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा स्कूलों आश्रम छात्रावासों में बच्चों का हो रहा स्वास्थ्य परीक्षण ।
मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने बस्तर के आंचल में को जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के तहत 28 जुलाई से 3 अगस्त तक स्कूलों पोटा केबिन आश्रम छात्रावासों में स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है यह पूरे अगस्त माह में संचालित होगा तीनों ब्लाकों के 7 स्कूलों में 289 उपस्थित बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जिसमें सर्दी खांसी बुखार और कुछ बच्चे आई फ्लू संक्रमित भी मिले गाइडलाइन जारी है संक्रमित बीमारियों से सुरक्षित रहने के लिए साफ सफाई बहुत जरूरी है हाइजीनिक तरीके से रहने की अपील जिला सीएमएचओ ने की है ।
क्या कहते हैं सुकमा सिविल सर्जन डॉ अभय तोमर*
आई फ्लू को लेकर बस्तर के आंचल में से हुए औपचारिक चर्चा में अस्पताल अधीक्षक एवं सिविल सर्जन डॉ अभय तोमर ने जानकारी देते हुए बताया कि आंख की बीमारी अब सुकमा जिले में नियंत्रण में है पहले मरीजों की संख्या बढ़ रही थी अब प्रतिदिन 3से 4 आई फ्लू के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं आई फ्लू की दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था हो गई है संक्रमित बीमारी होने की वजह से कोरोना गाइडलाइन की तरह आई फ्लू के भी गाइडलाइन हैं 2 गज की दूरी और चश्मा भी जरूरी है बार बार आंख धोना हाथों से आंखों को नहीं मलना चाहिए अगर स्कूलों में बच्चे संक्रमित हैं तो सोशल डिस्टेंस भी जरूरी है ।