*एकलव्य आ.वि.में अतिथि शिक्षक भर्ती में ,नियम विरुद्ध भर्ती व भ्रष्टाचार की जांच ,एवं पूर्व में कार्यरत शिक्षकों की बहाली हेतु *,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,*आर. एल. कुलदीप की रिपोर्ट*

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*एकलव्य आ.वि.में अतिथि शिक्षक भर्ती में ,नियम विरुद्ध भर्ती व भ्रष्टाचार की जांच ,एवं पूर्व में कार्यरत शिक्षकों की बहाली हेतु *,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,*आर. एल. कुलदीप की रिपोर्ट*

कांकेर :::::::जिले में संचालित एकलव्य आ.वि.में अतिथि शिक्षक भर्ती में नियम विरुद्ध भर्ती व भ्रष्टाचार की जांच एवं पूर्व में कार्यरत शिक्षकों की बहाली हेतु |

एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में केन्द्र , राज्य शासन व सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के आदेश को दरकिनार करते हुए स्थानीय/पुर्व में कार्यरत शिक्षकों को प्रथामिकता ना देकर भ्रष्टाचार करते हुए चयन समिति में सिंडिकेट बनाकर अपने करीबी लोगों को भ्रष्टाचार दोहरा मापदंड अपनाते हुए अतिथि शिक्षक की नियुक्ति की गई है ।

(1).राज्य शासन व केन्द्र शासन निर्देश व सुप्रीम कोर्ट ,हाईकोर्ट के स्टे के बाद भी ग़लत तरीके से वैकेंसी निकाली गई जबकि ,स्कुल मे पुर्व से कार्यरत शिक्षक थे । शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने के बाद भी 45 दिन तक उन्हें गुमराह करते हुए आजकल का समय देते हुए उन शिक्षको के स्थान पर बहारी शिक्षकों की नियुक्ती की गई हैं ।

(2). भानुप्रतापपुर,दुर्गूकोंदल, नरहरपुर में ही एक अपात्र को पुनः नियुक्त किया गया और दूसरे अपात्र को नहीं ऐसा दोहरा मापदंड अपनाया गया है
जो कि भ्रष्टाचार के और इशारा करता है।

(3).भानुप्रतापपुर के प्रिंसिपल द्वारा पुन नियुक्ति हेतु शिक्षकों से पैसे की मांग की गई कुछ शिक्षकों द्वारा पैसा नहीं दिए जाने के बाद पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर चयन समिति में सिंडिकेट बना कर उन शिक्षको के द्वारा ग़लत माहौल तैयार कर के उनकी जगह पुर्व से निर्धारित शिक्षकों को नियुक्ति की गई हैं कैसे ?

(4).जिले के अंतर्गत अंतागढ़,दुर्गुकोदल व नरहरपुर में शिक्षकों द्वारा हाईकोर्ट से स्टे लेकर अपनी शैक्षिक संस्थानों में कार्यरत है ।

(5).पुर्व में कार्यरत सभी शिक्षकों को वैरिफिकेशन व इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। जिसमें बाहर के कैंडिडेट को नहीं बुलाया गया था और उन्हें बिना इंटरव्यू वैरिफिकेशन के नियुक्ति दी गई हैं। नए शिक्षकों पर बड़ी रियायत क्यों ? क्या यह दोहरा मापदंड नहीं हैं ?

(6).वेरिफिकशन व इंटरव्यू विवादित प्रिंसिपल भानुप्रतापपुर और नरहरपुर के चार्ज में हैं साथ ही चयन समिति का सदस्य भी था जिससे नम्बर देने का अधिकार था जसमें पैसे लेकर नम्बर अपने चहेतों को न्युक्ति दिलवाने मे कामयाब हो गए ।

(7). दावा आपत्ति के बाद मेरिट सुची सार्वजनिक नहीं की गई और जिन्हें नियुक्ति दी गई है वह या तो अपात्र हैं या तो तीसरे और चौथे नम्बर के कैंडिडेट हैं पहले और दूसरे कैंडिडेट को क्यों नहीं बुलाया गया ?

(8).विवादित प्रिंसिपल अंतागढ़ एकलव्य विद्यालय में भी भ्रष्टाचार के आयाम गढ़ चुका हैं । भानुप्रतापपुर, नरहरपुर विद्यार्थियों को मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं की राशि प्रिंसिपल के द्वारा पेपरों में ही दर्शा कर आहरण की गई ।

महोदया, आदिवासी समाज विद्यार्थियों के साथ अन्याय हो रहा है ,उनके भविष्य के साथ लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है ।

भ्रष्ट प्रिंसिपल द्वारा अपनी पहुंच बताकर कई सालों से एकलव्य महाविद्यालय में अराजकता का माहौल तैयार करके भ्रष्टाचार कर रहा है और अपने अनुसार उच्च अधिकारियों को कन्वेंस करके शिक्षकों की नियुक्ति व विद्यार्थियों के सुविधा हेतु राशि निकाल कर अपनी जेब भरने का कार्य कर रहा है ।

आपसे विनम्र निवेदन है कि 2 दिन के भीतर प्रिंसिपल के ऊपर कार्यवाही करते हुए उसे उसके मुल संस्थान जाड़ेकुर्सी स्कूल में भेजने की कृपा करें वह साथ ही भानूप्रतापपुर एकलव्य स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों व पालकों की जन भावनाओं को देखते हुए पूर्व में कार्यरत शिक्षकों को पुनः नियुक्ति देने की कृपा करें ।

अन्यथा युवा कांग्रेस,एन एस यु आई, विद्यार्थियों व पालकों के साथ सडक की लड़ाई लड़ने के लिए बाध्य होगी ।

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