*स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कगलू कुम्हार की जीवनी पर, आधारित कार्यक्रम का काआयोजन महाविद्यालय दुर्गुकोंडल में किया गया *,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,*संपादक, आर.एल. कुलदीप की रिपोर्ट*
*दुर्गकोंडल :::::::::स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कगलू कुम्हार की जीवनी पर, आधारित कार्यक्रम का काआयोजन महाविद्यालय दुर्गुकोंडल में किया गया ,।
क्षेत्र में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पहचान लोगों की पहचान है उनके सम्मान में कॉलेज में कगलू कुम्हार की मूर्ति स्थापित करने की घोषणा की*कगलू कुम्हार के वंशजों का विधायक श्रीमती सावित्री मनोज मंडावी एवं अन्य अतिथियों के द्वारा श्रीफल एवं साल भेंट कर सम्मानित कार्यक्रम में किया गया*
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कंगलू कुम्हार के जीवनी पर आधारित एक दिवसीय कार्यक्रम शासकीय कंगलू कुम्हार महाविद्यालय दुर्गुकोंदल में 19 जून 2023 दिन सोमवार को महाविद्यालय के प्रांगण में आयोजित की गई ।
कार्यक्रम में क्षेत्र के विधायिका श्रीमती सावित्री मनोज मंडावी, हुमनसिंह मरकाम विधायक प्रतिनिधि, ब्लॉक महिला कांग्रेस अध्यक्ष,सविता उइके ,श्री राम बघेल वरिष्ठ कार्यकर्ता,सुनाराम तेता उपाध्यक्ष जनपद पंचायत भानुप्रतापपुर,गोपी बढ़ाई, आनंद तेता भानुप्रतापपुर विधायक निज सहायक मोहन मंडावी सरपंच अनुज खरे धनेश नरेटी भावसिंह मंडावी ,ग्रामीणों, विद्यार्थियों एव कंगलू कुम्हार के परिवार के सदस्य रतिराम चक्रधारी, राधेश्याम चक्रधारी, बाबूलाल चक्रधारी, दिलीप चक्रधारी, कमलेश कुमार चक्रधारी की उपस्थिति में कंगलू कुम्हार के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर पूजन किया गया।
इस अवसर पर कालेज के प्राचार्य बढ़ाई एवं सरोज महिलांगे मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित थे।
विदित हो कि कंगलू कुम्हार विकासखंड के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे हैं,जिनका जन्म 26 दिसंबर 1865 को चेमल आमागढ़ में हुआ था ।
कुछ वर्षों पश्चात वे गोटूलमुंडा में निवास करने लग गए ,जब महात्मा गांधी दिसंबर 1920 में कंडेल सत्याग्रह पर शामिल होने के लिए धमतरी जिले में पहुंचे तोकंगलू कुम्हार व उनके साथी सत्याग्रह में शामिल होने पैदल अपने साथियों के साथ गए थे ।
अंग्रेजों से लोहा लेने व स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था।
आज के इस कार्यक्रम में माननीय विधायिका श्रीमती सावित्री मंडावी ने अपने उद्बोधन में कहा कि क्षेत्र में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पहचान नहीं हो पाई है ऐसे लोगों की पहचान के साथ सम्मान एवं कालेज में मूर्ति स्थापना की घोषणा की
श्रीराम बघेल,सुनाराम तेता ने कार्यक्रम को संबोधित किया।
ललित नरेटी द्वारा अपने उद्बोधन में कंगलू कुम्हार के जीवनी पर संक्षिप्त जानकारी रखा जो उपस्थित लोगों के लिए काफी ज्ञानवर्धक रहा ।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में कंगलू कुम्हार के वंशज रतिराम चक्रधारी, राधेश्याम चक्रधारी, बाबूलाल चक्रधारी, दिलीप चक्रधारी, कमलेश कुमार चक्रधारी को माननीय विधायक श्रीमती सावित्री मंडावी एवं विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित समस्त अतिथियों द्वारा श्रीफल एवं साल से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए संजय वस्त्रकार द्वारा जानकारी दी गई कि शासन द्वारा क्षेत्र में गुमनाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पहचान व उनकी गाथा लेखन का भी एक समय आया जिस पर कठिन परिश्रम कर गाथा लिखी गई परंतु स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को उचित सम्मान नही मिल पाया ।
ऐसा ही कार्यक्रम कराते रहने से उनके वंशजों को क्षेत्र के लोगो को गौरव पूर्ण इतिहास की जानकारी होगा।
मंडावी सर के द्वारा आभार ब्यक्त किया गया।
आज के इस कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों के द्वारा वृक्षारोपण करते हुए पर्यावरण के महत्व को बताने का भी प्रयास रहा।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक गोविंद मंडावी, खेमन मंडावी , देवसिंह कागे ,याकूब टोप्पो, दिलीप ताम्रकार ,सुंदरलाल भुवाय, हरिराम नेताम, भारत उयके ,सीमा पटेल, अजय राजपूत ,रोशनी धुव ,सुनील सागर, पंचायत इंस्पेक्टर आर के किशोरे ,बीपीएम नंदनी दीवान, भारती साहू ,लेखापाल कांता ठाकुर ,शरद ठाकुर,महारू राम नाग सहित स्व सहायता समूह के महिला महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।