पोस्टमार्डम कराने का सौदा,25 से 20 हजार में, पोस्टमार्डम का सौदागर डाक्टर का पिता,,,,, ,,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,

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पोस्टमार्डम कराने का सौदा,25 से 20 हजार में, पोस्टमार्डम का सौदागर डाक्टर का पिता,,,,,

,,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से सामूदायिक स्वस्थ केन्द्र तक नाबालिक के शव का सौदा ,,,

बीजापुर, भोपाल पटनम::::::::: भोपाल पटनम ब्लॉक, थाना मददेड़ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत पेगडापल्ली की लगभग 16 से 17 वर्ष की एक नाबालिक युवती की सन्देह स्पद मृत्यु हुई हैं ।

26/04/2023 को घर से डेढ़ से दोसो मीटर की दूरी पर एक पेड़ पर फांसी से युवती का लटका शव मिला,।

युवती पिरला सुरेश की पुत्री पिरला आरती ग्राम पंचायत पेगडापल्ली निवासी, थाना क्षेत्र मददेड़ ,,।

आरती पिरला के मोबाईल पर 26/04/2023 की रात को ग्राम के युवक कारम गणपत का तीन से चार बार फोन कॉल आया था।

शक के आधार पर पीड़ित पक्ष की और से ग्राम के युवक के ऊपर रिपोर्ट लिखवाई, जिसे पुलिस पूछताछ कर सबूत ना होने के कारण छोड़ दिया गया।

ग्रामीणों का कहना हैं की पुलिस पूछताछ उपरांत कारम गणपत उसी दिन से गांव से फरार है , जिससे युवती के फांसी से सम्बन्ध को दर्शाता हैं, पीड़ित परिवार का आरोप।

पीड़ित परिवार वालों को समझा बुझा कर पैसा दे कर मामले को निपटाने की बात कही, मगर ग्राम के बड़े लोगों का कहना था मामला संदिग्ध और बड़ा होने के कारण रिपोर्ट करना उचित समझ कर मददेड़ थाना में रिपोर्ट दर्ज की,,।

पोस्टमार्डम हेतू जब मददेड प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर से बात की तो एम बी एस महिला डाक्टर के पिता ने पोस्टमार्टम के लिए पीड़ित परिवार से शव का पोस्टमार्टम करने हेतू 25, 000 की मांग पीड़ित परिवार से की, मांग पूरी ना होने पर अपनी डॉक्टर बेटी को पोस्टमार्टम करने से मना किया ,परिवार वालों ने आरोप लगाया।डाक्टर के पिता उसी स्वास्थ्य केंद्र में ड्रेसर के पद पर कार्यरत है

उप स्वास्थ्य केन्द्र मददेड में उपरोक्त ड्रेसर 25 से 30 वर्ष हों गए एक ही जगह पर कुंडली मारकर बैठे हैं, आज तक इनका स्थानातरण हुआ नहीं,इनकी पहुंच इतनी लंबी है कि जिसका अंदाजा लगाया नहीं जा सकता एक एम बी बी एस डाक्टर वहां पर उतना दवा नहीं लिखता है जितना ये ड्रेसर दवा लिखता है

कई सालों से एक पद पर एक ही जगह बने रहना भी सांठ गांठ, और ऊपर से नीचे तक की मिली भगत की बू आ रही हैं।

मददेड स्वास्थ्य केन्द्र में महिला एम बी एस डॉक्टर होने के बावजूद भीं एक महिला का पोस्टमार्डम के लिए भोपाल पटनम के पुरूष डॉक्टर से पोस्टमार्डम कराना भीं समझ से परे हैं।

एक गरीब परिवार से उसकी बेटी छीन गई , मगर सरकारी डाक्टरों को पोस्टमार्टम के लिए पीड़ित परिवार से 25 से 20 हज़ार रूपये की मांग कर पोस्टमार्डम करना, ये कैसा नियम, कोन सा कानून हैं,,कोन सा धर्म हैं,,,।

डॉक्टर भगवान का दुसरा रूप माना जाता हैं, लेकीन,,, भोपाल पटनम ब्लॉक के ग्राम पेगडापल्ली की एक युवती की संदिग्ध हालत में फांसी पर झूलती मिलती, जिसकी आनन फानन में रिपोर्ट दर्ज की जाती ,, मगर सरकारी डॉक्टर शव का पोस्टमार्टम करने के लिए शव के परिजनों से 25 से 20 बीस हजार रूपए की मांग की जाती हैं ।

,, युवती के मृत्यु क्षेत्र की बजाय अन्य क्षेत्र में पोस्टमार्डम की जाति हैं , जो संदिग्ध गति विधि का संकेत हैं ,,।

जिससे यह पता चलता है की युवती की मौत फांसी लगने से नहीं हुईं हैं ,।

युवती के फांसी से कई और अपराधिक कर्मों को जन्म देती हैं की युवती की मौत साधारण ना हों कर एक दुर्घटना हैं , जिसे साथिर लोग अपनी चालाकी कर अपने गुनाह को छिपाने के लिए एक बेगुनाह, नादान युवती को मौत के मुंह में डकेल दिया गया।

गुनहेगार अपना गुनाह छिपाने के लिए फांसी का रूप दे कर अपराधी, अपराध कर सब की नजरों से बाहर बे धड़क बे हिच्चक बिंदास घूम राह,

अंत में एक गरीब परिवार की बेटी का सौदा 5,000 हजार में तय हों कर पोस्टमार्डम हुआ।

गरीब परिवार एक आस लिए हैं की कोई भीं साथ नहीं देगा, मगर भगवान के घर देर पर अंधेर नहीं,

पीड़ित परिवार ने निष्पक्ष जांच कराने व दोषियों को सजा हों।

पीड़ित परिवार ने प्रेस वार्ता कर प्रेस विज्ञप्ति दी और पीड़ित परिवार न्याय की मांग की, प्रेस वार्ता में भोपाल पटनम ब्लॉक सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष वल्वा मदनेया, सडमेक शंकर लाल, तलांडी इस्तारी,किसटैया पारैट,बुधराम पीरला,गणपत एवं ग्रामीण उपस्थित थे।

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