* कांग्रेस विधायकों की परफार्मेंस जांचने के बाद, होगा संगठन विस्तार, सचिव व संयुक्त महासचिवों की होगी नियुक्ति*,,,,,,,,,,,*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*
रायपुर:::::::: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के आठ महीने पहले कांग्रेस ने विधायकों की परफार्मेंस की पड़ताल शुरू की है।
प्रभारी सचिव सप्तगिरी शंकर उल्का और सह प्रभारी विजय जांगिड़ ने विधानसभा स्तर पर समीक्षा शुरू की है।
उल्का बस्तर में सक्रिय हैं, तो जांगिड़ ने बिलासपुर संभाग में दौरा शुरू किया है।
कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो विधानसभा स्तर पर समीक्षा के बाद प्रदेश संगठन में विस्तार किया जाएगा।
प्रभारी अपने प्रवास के दौरान न सिर्फ विधायकों के कामकाज और सक्रियता की समीक्षा कर रहे हैं, बल्कि संगठन में शामिल करने वाले नेताओं की भी तलाश कर रहे हैं।
चुनावी साल में प्रदेश संगठन में सचिव और संयुक्त महासचिवों की नियुक्ति होनी है।
इन नियुक्ति में क्षेत्रीय समीकरण के साथ जातिगत समीकरण को कांग्रेस साधने की कोशिश करेगी।
चुनावी साल में प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर भी कांग्रेस कवायद कर रही है।
उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो पिछले चुनाव के फार्मूले को पार्टी अपनाने की तैयारी में है।
प्रदेश अध्यक्ष के साथ दो कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर भी विचार किया जा रहा है, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम बस्तर संभाग से आते हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुर्ग संभाग से आते हैं, ऐसे में रायपुर, बिलासपुर और सरगुजा संभाग में से किसी नेता को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की संभावना जताई जा रही है।
पार्टी का एक गुट प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के बदलने की भी चर्चा कर रहा है।
इस गुट का दावा है कि मुख्यमंत्री बघेल की पसंद का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा।
हालांकि प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने इस तरह के किसी बदलाव पर खुलकर स्थिति स्पष्ट नहीं की है