*रसोईया संघ अपने हक की लड़ाई के लिए लगातार संघर्षरत है, सरकार रसोईयों की भलाई के लिए ठोस पहल नहीं कर रही, रसोईया स्कूलों में सेवा दे रहे , सामान्य मौत में किसी तरह की सुविधा नहीं दे रही सरकार *,,,,,,,,,,,,*आर. एल. कुलदीप की रिपोर्ट*
दुर्गूकोंदल:::::::::::::रसोईया संघ अपने हक की लड़ाई के लिए लगातार संघर्षरत है, लेकिन रसोईया संघ जिस तरह से अपनी हित पूरा करना चाहती है, लेकिन सरकार रसोईयों की भलाई के लिए ठोस पहल नहीं कर रही है। इधर रसोईया स्कूलों में सेवा दे रहे हैं, लेकिन सामान्य मौत में भी किसी तरह की सुविधा नहीं दे रहे हैं। लेकिन रसोईया अपने दिवंगत साथियों के परिजनों को चंदा इकट्ठा कर मदद कर रहे हैं। ग्राम खुटगांव के रसोईया संगीता गावड़े का निधन 8फरवरी को हो गई थी। इसलिए रसोईया संघ ने पीड़ित परिवार को धरना स्थल पर बुलाकर 2हजार रूपये सहायता राशि प्रदान किया है। संघ के अध्यक्ष हरिशंकर पांडे, सचिव घनश्याम बघेल, प्रवक्ता मिलाप बघेल ने बताया कि रसोईयों का भविष्य अंधकारमय है। इसलिए शासन रसोईयाओं की भलाई के लिए सोचकर उचित निर्णय ले इसलिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। रसोईया काम करते मर भी जाते हैं, लेकिन शासन से एक कौड़ी भी राशि नहीं मिलती है। हम रसोईया संघ के सदस्य के निधन होने पर खुद चंदा इकट्ठा कर दिवंगत रसोईया के परिवार को मदद करते हैं।