*सरकारी कर्मचारी अधिकारी और नेता मिलकर पात्रों सरकारी योजना से कर रहे हैं वंचित* ,
*सप्रमाण उजागर होने के बाद नही हो रही है कार्यवाही*
RkभारतNEWS राजमन नाग
सरकारी कर्मचारी अधिकारी और गांव के नेता और आपस में मिलकर गांव के गरीब सीधे साधे अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों से सरकारी योजना का लाभ दिलाने का प्रलोभन देकर लोगों से ठगी लूट करते हैं और उनके नाम से अनुदान में मिलने वाली योजना का लाभ गड़प जाते हैं ….
इसका अनूठा मिसाल देखना है तो फरसगांव जनपद पंचायत में आने वाले और तहसील पुर्नगठन कर धनौरा तहसील बनने के बाद धनौरा तहसील में शामिल ग्राम – बंजोडा का रूख करना होगा …..
जनपद मुख्यालय एवं तहसील मुख्यालय के अंतिम छोर पर बसे होने के कारण यहां बाहर से नेता – पत्रकार तथा बड़े अधिकारी यदा कदा ही पंहुच पाते हैं जिसके चलते यहां जो थोड़ा सा भी पढ़ा लिखा है और नेताओं कर्मचारियों अधिकारियों के इर्द-गिर्द मंडराने की कला में माहिर हो जाता है वो सीधे बड़ा नेता माना जाने लगा जाता है और फिर वह गांव वालों का भाग्य विधाता बनकर अपना भाग्य और भविष्य संवारने में जुट जाता है ।
यहां एक बहुत चर्चित नेता हैं जिसकी निवर्तमान कांग्रेस सत्ता काल में तूती बोलती थी क्योंकि वो बंगला से लेकर सरकारी दफ्तरों तक उसकी अच्छी खासी पकड़ बन चुकी थी …
गांव में कृषि विभाग – उद्यान विभाग-जनपद पंचायत -ग्राम पंचायत या किसी भी विभाग का अनुदान वाला योजना का काम वह संबंधितों से ऐसा फटाफट करा लेता था कि गांव वालों को या किसी को कानों कान खबर तक लग नहीं पाता था ….
इसी का पकड़ प्रभाव का लाभ उठाकर उसने बंजोडा के बहुत ही सहज सरल सज्जन ब्यक्ति श्री सुखराम कोर्राम पिता बंच्छू राम के नाम से उद्यान विभाग का ” पैक हाउस ” स्वीकृत कराया और बंजोडा धनौरा मार्ग अपने जमीन पर लगाकर उसका दुरूपयोग करता रहा (जिस उद्देश्य से पेक हाउस बनाया जाता है वो नहीं) ….
3जुलाई को पेक हाउस की फोटो सहित फेस बुक में वृतांत डालकर वाट्सएप के माध्यम से जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन उद्यान विभाग एवं सभी के संज्ञान में ला दिया गया…
सोशल मीडिया की खबर का जबर्दस्त असर हुआ और 3जुलाई को ही गांव में सरकारी साहब पंहुचे और नेता श्री को अपने खेत में पेक हाउस को तुरंत निकाल कर सुखराम कोर्राम की जगह पर लगवा देने का सलाह दे दिया …?
नेता जी ने बगैर विलम्ब किए पैक हाउस को निकलवाना आरंभ किया और 4जुलाई को सुखराम की बाड़ी में पंहुचवा दिया।
खबर मिलते ही हम भी बंजोडा पंहुच गये और हम मंशा समझ गये कि पूरे मामले को रफा दफा कर उठायें गये मुद्दे को ही ग़लत ठहरा देने की कोशिश जारी है ।
इसलिए हमने तारीख समय वाले फंक्शन वाले विडियो कैमरे से गांव वालों की उपस्थिति में पूरे जगह का विडियो बनाते सुखराम की कहानी उसकी जुबानी सूनते लिया ताकि बाद में नकारा न जा सके ….
इधर मामले से खुद को बचाने में लगे संलिप्त नेता तथा उद्यान विभाग आपस में सांठगांठ कर आनन फानन में सुखराम कोर्राम की बाड़ी में पैक हाउस बनवा दिया आज की स्थिति में मात्र जमीन पर टाईल्स लगवाना बच गया है ….
बड़े हैरत की बात है कि सरकारी योजना के अफरा तफरी का इतना गंभीर मामला सप्रमाण उजागर होने के बाद भी उद्यान विभाग – जिला प्रशासन और पुलिस अभी तक इसमे संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय आगे वाले को पूरा अवसर दे रही कि वो सच को झूठ साबित करने के लिए किए गये अपराध के साक्ष्य को मिटाने का काम कर सके ….🤦🤦🤦
तस्वीर (1,) नेताजी के जमीन पर सही सलामत बना हुआ
पैक हाउस