*सर्व आदिवासी समाज एवं गोंडवाना समाज समन्वय समिति द्वारा गोंडवाना विकास क्रांति के जनक गोंडवाना रत्न, गोल्ड मेडलिस्ट, पूर्व विधायक , पेंनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी का छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर आंध्र, तेलंगाना, महाराष्ट्र सीमा में सटे मां भद्रकाली के पावन धरा नार चंदूर में 14 जनवरी को दादा हीरा सिंह मरकाम जी की जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया*,,,,,,,,,,*भोपाल पटनम से मुर्गेश शेट्टी की रिपोर्ट,*

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*सर्व आदिवासी समाज एवं गोंडवाना समाज समन्वय समिति द्वारा गोंडवाना विकास क्रांति के जनक गोंडवाना रत्न, गोल्ड मेडलिस्ट, पूर्व विधायक , पेंनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी का छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर आंध्र, तेलंगाना, महाराष्ट्र सीमा में सटे मां भद्रकाली के पावन धरा नार चंदूर में 14 जनवरी को दादा हीरा सिंह मरकाम जी की जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया*,,,,,,,,,,*भोपाल पटनम से मुर्गेश शेट्टी की रिपोर्ट,*

बीजापुर,भोपाल पटनम::::::::सर्व आदिवासी समाज एवं गोंडवाना समाज समन्वय समिति द्वारा जिलास्तरीय समग्र गोंडवाना विकास क्रांति के जनक गोंडवाना रत्न, गोल्ड मेडलिस्ट, पूर्व विधायक , पेंनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी का छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर आंध्र, तेलंगाना, महाराष्ट्र सीमा में सटे मां भद्रकाली के पावन धरा नार चंदूर में 14 जनवरी को दादा हीरा सिंह मरकाम जी की जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

अंतर राज्य स्तर के समाज प्रमुखों की विशेष उपस्थिति रही ।

सर्व प्रथम दादा हीरा सिंह मरकाम जी के नाम से 5 एकड़ जमीन अधिग्रहण कर उनके नाम से गोंडवाना सप्तरंगी झंडारोहण कर उनकी छाया चित्र पर माल्यार्पण कर हल्दी,चावल,धूप से पूजा अर्चना कर दादा जी के नाम से जयकारे लगाए तत्पश्चात एक भव्य सभा के रूप में तब्दील कर सभा का आयोजन किया ।

उनके जन्मोत्सव के खुशी से स्लपहार, शीतल पेय बांटी गई ।

सर्व आदिवासी जिलाध्यक्ष एवं गोंडवाना समाज समन्वय समिति के जिला सलाहकार अशोक कुमार तलांडी, महाराष्ट्र से पधारे चिंतुर दादा शंकर एवं अन्य सामाजिक प्रमुख, अल्वा मदनैया जी तहसील अध्यक्ष गोंडवाना समाज समन्वय समिति भोपाल पटनम,सडमेक शंकर समाज प्रमुख,तिरूमाय..सुकना सवलम जनपद सदस्य, तिरूमाल सवलम, परगना मांझी सवलम संटी, ग्राम पंचायत सरपंच मडे अशोक, समाज प्रमुख पीरला अन्नैया,कुरसम पुरषोत्तम, शुक्रैया वासम, सूरे बूच्चैया ,पीरला सत्यम पूर्व सरपंच चन्दूर, बीजापुर जिले से आलम अशोक कोईटपाल, कोया हाटूम के संचालक एवं समाज प्रमुख उइका विनय, कुंजाम धनेश,बडदी विनोद,गोरला पटेल रुढ़ि प्रथा परंपरागत ग्राम प्रमुखों माता बहनों युवाओं को सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष बीजापुर ने संबोधित करते हुए कहा ।

दादा हीरा सिंह मरकाम जी एक एसे व्यक्तिव के धनी के साथ गोंडवाना के हीरा थे जिनके मार्गदर्शन में समाज इस मुकाम तक पहुंचा ।

सुसंगठित समाज के नाम से मिशाल कायम होगा दादा जी केवल से केवल एक मुट्ठी चांवल 10 रूपए की राशि एकत्र कर अपनी कड़ी मेहनत की अमानत से समाज को नई दिशा दी ।

दादा समाज उनके अनुसरण कर उनके सपनों को साकार किया साथ ही साथ उन्होंने जल जंगल जमीन सामाजिक, सांस्कृतिक, संवैधानिक, राजनैतिक, अधिकारों हकों के लिए भी समाज को जागरूक किया ।

इसी तारतम्य में अशोक कुमार तलांडी ने स्पष्ट कहा कि शासन प्रशासन के मूकदर्शक बने रहने के कारण यहां के अमीर धरती के मूलनिवासियों को बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा हैं ।

इस क्षेत्र में निरंतर अत्याधिक वर्षा होने से तारलागुडा क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों के लोग प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़ से प्रभावित होकर मकान दुकान अत्याधिक जान माल का नुक़सान होता है ,तो पूर्व एवं वर्तमान सरकार के नुमाइंदे केवल से केवल घाव पर मलहम लगाने के उद्देश्य से वैकल्पिक व्यवस्था के रूप चावल, दाल, चादर ,झिल्ली (पालीथीन ) बांट ने का काम करते, आज पर्यंत तक उन बाढ प्रभावितों मूल निवासियों का स्थाई समाधान नहीं ढूंढा ,

अशोक तलांडी ने कहा कि सर्व आदिवासी समाज एवं गोंडवाना समाज समन्वय समिति बाढ ग्रसित लोगों को जल जंगल जमीन का मालिक होने के नाते सरकार के मंशानुरूप नियमानुसार कम से कम 5 डिस्मिल..आवास निवास हेतु जमीन का पट्टा दिया जाय और प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत मकान निर्माण कर दिया जाए, तथा जीविकापार्जन हेतु कम कम बाढ प्रभावितों को पूरखो से निवासरत जनजातीय समुदाय व अन्य परांपरागत मूल निवासियों को 1 से 2 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध कराने महामहिम राज्यपाल महोदया एवं श्रीमान जिलाधीश बीजापुर को उक्ताशाय के संदर्भ में ज्ञापन सौंपकर अनुरोध किया।

14 जनवरी 2023 को नार व्यवस्था रूढ़ि जन्य पाऱंमपारिक पदाधिकारियों के निर्णयानुसार तथा शीघ्र मूल निवासियों के ज्वलंत समस्याओं का समाधान के लिए बहुत जल्द पेशा कानून, पांचवीं छट्वी, अनूसूची व रूढ़ि जन्य पाऱंमपारिक ग्राम सभा का आयोजन कर बाढ से प्रभावित वास्तविक लोगों को न्याय देने आश्वस्त किया ,।

तलांडी ने आगे कहा कि आदिवासी बहुल अनूसूचित क्षेत्रों में हम पहले हैं बाद में कानून बना,
यदि राजस्व या वन विभाग को कार्रवाई करना है तो देश में आयरन लेडी माननीया, सोनिया गांधी जी के नेतृत्व व माननीय मनमोहन सिंह जी के प्रधानमंत्रित्व कार्यकाल में देश के अतिआवश्यकता वाले जिनको निवास के लिए जमीन नहीं है उनको मकान बाडी एवं उनके जीविकापार्जन के लिए वन अधिकार अधिनियम 2006 एवं नियम 2007 व यथासंसोधित अधिनियम 2012 के तहत एक पीढ़ी याने कि 25 वर्ष तीन पीढ़ियों से के मूल निवासियों को वन अधिकार मान्यता पत्र, वन संसाधन, सामुदायिक वन संसाधन के लिए शासन ने नियम बनाए परंतु यहां वास्तविक लोगों को शासन के इस महात्वाकांक्षी योजना का लाभ आज पर्यंत तक नहीं मिला ।

लेकिन जिनके पास पूरखो से एकड़ों में जमीन होने के बावजूद बेस कीमती के इमारती लकड़ियों काट कर शासन के नियमों के विपरित एक क्या दो ,क्या एक एक व्यक्ति 30,40,50,,60 100 एकड भूमि को कब्जा कर रखें है इसके ज़िम्मेदार कौन है ,

यदि शासन प्रशासन वास्तविक लोगों को केंद्र व राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना वन अधिकार अधिनियम का लाभ पहुंचाना है तो वर्तमान में जिला प्रशासन के पास फ़र्जी अकूत संपत्ति के रूप में बेहिसाब फर्जी ढंग से अपनी रूधबा बताकर जमीन अधिग्रहण कर रखें है ,उनकी बेहिसाब फर्जी भूमि पट्टों को निरस्त कर वास्तविक लोगों को दिया जाए ।

तलांडी ने यह भी कहा कि हम सर्व आदिवासी समाज/ गोंडवाना समाज व्यक्ति गत अनर्गल आरोप या विरोध नहीं करती वास्तव में कोई भी समुदाय के यहां मूल निवासी के रूप में निवासरत हैं उन सभी भूमिहीनोंं को भूमि होना चाहिए ।

शासन के नियमानुसार नहीं मिला तो समाज उग्र आंदोलन करेगी जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी ।

इसी कड़ी में अल्वा मदनैया,उइका विनय ,चिन्तूर शंकर,मडे अशोक, आदिवासी मीडिया प्रभारी दीपक मरकाम, ने भी उपस्थित सैकड़ों की जन सभा को संबोधित किया ।

कार्यक्रम का संचालन पेंनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम के अनुयाई रहें शालिक नागवंशी ने किया अंत में आगंतुक सगाजन सभा समाप्ती के बाद अपने अपने यथास्थान के लिए प्रस्थान हुए ।

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