नरवा उपचार से भू-जल स्तर में बढ़ोतरी के साथ 14014 मानव दिवस सृजित कर ग्रामीणों को मिला रोजगार के अवसर
,,,,,,,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,,,,
बीजापुर शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा एवं बाड़ी योजनार्न्तगत नरवा विकास के जरिये भूजल संरक्षण तथा संवर्धन सुनिश्चित करने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किया जा रहा है। जिले में कैम्पा मद से संचालित महत्वाकांक्षी योजना नरवा विकास कार्य के अर्न्तगत एपीओ वर्ष 2020-21 में नरवा उपचार हेतु परिक्षेत्र मद्देड़ मिनकापल्ली नाला जिसकी कुल लम्बाई 3.900 किलोमीटर एवं जल संग्रहण क्षेत्र का रकबा 329.00 हेक्टेयर है जिसमें 11257 कुल स्वीकृत संरचना के माध्यम से सेलुज बोल्डर चेकडेम, गेबियन स्ट्रक्चर एससीटी, सीसीटी, चेकडेम गलीप्लग डब्ल्यू एटी टीएफएम संरचना निर्माण कार्य किया गया है।
उक्त नरवा उपचार कार्य में स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराते हुए 14014 मानव दिवस सृजित किया गया।
उक्त संरचनाओं के निर्माण से मृदा क्षरण में कमी आयी, पुनरोत्पादन एवं भू-जलस्तर में वृद्धि हुई। उपचारित क्षेत्र में विद्यमान बरसाती नाला जो अगस्त सितंबर माह में ही सूख जाते थे। उसमें अब जनवरी-फरवरी तक पानी उपलब्ध रहने से वन्यप्राणियों एवं आस-पास के गांवों के मवेशियों को पानी उपलब्ध हो रहा है।