*युवा आयोग सदस्य अजय सिंह ने क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मण्डावी पर लगाये गम्भीर आरोप*
भोपाल पटनम से जर खान की रिपोर्ट,,,,,,,,,
भोपालपटनम ::::: छत्तीसगढ़ शासन के युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह ने भोपालपटनम स्थानीय रेस्टहाउस में प्रेसवार्ता करते हुए जल संसाधन विभाग में स्टाप डेमो की मरम्मत में लाखों के गबन के मामले का जिक्र करते हुए क्षेत्रीय विधायक बस्तर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मण्डावी पर गम्भीर आरोप लगाते हुए।
क्षेत्र में चल रहे भारी भ्रष्टाचार का ख़ुलासा करते हुए कहा है।कि जल शक्ति अभियान के अन्तर्गत महात्मा गाँधी नरेगा का 50 प्रतिशत एवं डी एम एफ का 50 प्रतिशत अभिसरण के माध्यम से 13 स्टाप डेमो का प्रशासकीय स्वीकृति प्रदाय करते हुए 18 लाख 61 हजार 430 रुपये का प्रशासकीय स्वीकृति मली थी।
बिना कार्य किये ही क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मण्डावी ने विभाग के अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपना पद का दुरूपयोग करते हुए शासन के पैसों को डख़ार गए।
अजय सिंह ने कहा है। कि मैं पार्टी का विरोधी नही हूँ। मैं भ्रष्टाचार में लिप्त विधायक विक्रम मण्डावी और इनके द्वारा किये जा रहे। भ्रष्टाचार का विरोधी हूँ।
उन्होंने कहा है।कि क्षेत्र की जनता 2018 के विधानसभा चुनाव में जिस उम्मीद भरोसा से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी विक्रम शाह मण्डावी को जन समर्थन मिला था।
विक्रम मण्डावी ने तत्कालीन वनमंत्री महेश गागड़ा को लगभग 21 हजार मतों से पराजित किया क्षेत्र की जनता जिस भरोसा उम्मीद से चुना था।
वे विधायक बनने के बाद उस पर खरा न उतरते क्षेत्र के जनता के साथ छल कपट और विकास को भूलकर भ्रस्टाचार में लिप्त हो गए है।
विकास के नाम से वे स्वयं का विकास कर रहे है।
अजय सिंह ने स्टॉप डेमो के मरम्मत कार्यो का भ्रष्टाचार का खुलासा करते हुए कहा है। कि चेरपल्ली संगमपल्ली पोषड़ पल्ली सेंड्रापल्ली अंगमपल्ली गिलगिचा अन्नारम यापल वाढला बूरगुड़ा नेरलावागु गोखुर मीनूर मरम्मत कार्य के नाम से सरकारी खजाने से बिना कार्य किये ही विधायक के संरक्षण में कुल 18 लाख 61 हजार 430 रूपये का गबन किया गया है।
उक्त राशि को जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सरिता चापा के पिता कोरम गणपत वेन्डर के नाम से जी एस टी बिल बनाकर पैसों को उनके खाते में ट्रांसफर किया गयाहै।
जिनका कोई धन्धा नही है। न कोई क्रय विक्रय का दुकान है। यह जाँच का विषय है।
भोपालपटनम क्षेत्र में विधायक के द्वारा 10 से 11 तालाबो का भूमिपूजन भी किया गया है।
लेकिन कई तालाबो में आधा अधुरा कार्य कर राशि निकल ली गई है।
16 जून से तालाबो में कार्य करना बता कर राशि निकाली गई। जबकि इस वर्ष बरसात अधिक होने के कारण तालाबो में लबलबा पानी भर हुआ था।ऐसे में तालाब निर्माण कार्य कैसा हुआ । यह भी एक जांच का विषय है। और कई तालाब बिना बने ही भ्रस्टाचार के भेंट चढ़ गए है।
अजय सिंह ने कहा है कि हाल ही में जो तिरंगा पद यात्रा निकाली गई है। जिसमे पूर्व विधायक स्वर्गीय राजेन्द्र पामभोई के परिवार को तिरंगा झण्डा देकर प्रारम्भ किया है। उसी राजेन्द्र पामभोई को 2008 के चुनाव में छल कपट के साथ भारतीय जनता पार्टी के विधयक महेश गागड़ा के साथ मिलकर धोखा दिया।
उनको हराने में अहम भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा है कि इनकी कथनी और करनी अलग है इनका दोहरा चरित्र है। वे बाढ़ पीड़ितों को देखने के लिए तो आये है। और टेक्टर चलाते हुए नाव में बैठते हुए पैदल चलते हुए फोटोग्राफी किये है। मगर उनका स्थाई समाधान करने में असफल रहे है। आज भी वो बाढ़ पीड़ित आश लगाए बैठे है।
अजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है कि क्षेत्र के जनता के साथ दोखा छल कपट अलावा कोई विकास कार्य नही किया जा रहा है।
मैं इस मामले का शिखायत जिला कलेक्टर को करूँगा मगर कलेक्टर पर मुझे भरोसा नही है।
इस मामले में थाना में एफआईआर करूँगा और बस्तर कमिश्नर से शिखायत करूँगा।
मैं विधायक विक्रम मण्डावी को चुनौती देता हूँ कि अगर आप पाक शुद्ध हो तो मामले की जांच कराए बाद में अजय सिंह ने पोषड़ पल्ली के स्टाप डेम का मरम्मत कार्य का निरीक्षण करने गए।
वहाँ उपस्थित ग्रामीणों से जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि इस वर्ष कोई डेम मरम्मत कार्य नही किया गया।