तेलंगाना में टी राजा ने धुर्वीकरण की जमीन तैयार की भाजपा के लिए,,,,,,,,,, दीपक मरकाम की रिपोर्ट,,,,,
पीसी एक्ट में टी राजा की हुई गिरफ्तारी से भाजपा के सत्ता पाने के सपने को मजबूती प्रदान की।
तेलंगाना में क्या सुनियोजित तरीके से आगामी विधानसभा के लिए धुर्वीकरण की पटकथा लिखी जा रही है, जिसमें अप्रत्यक्ष रूप से तेलंगाना सरकार भी सहयोग कर रही है? यह सवाल निलंबित भाजपा विधायक टी राजा को अदालत से जमानत मिलने के बाद पुन: पीसी एक्ट के तहत गिरफ्तार करने के बाद से उठने लगा है। पैंगम्बर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी पर कोर्ट द्वारा जमानत दिये जाने के बाद पुलिस के द्वारा पीसी एक्ट में गिरफ्तार किये जाने से देश की जनता के साथ ही तेलंगाना की जनता में भी यही संदेश गोदी मीडिया व भाजपाई आसानी से देने में सफल हो जायेगें कि तेलंगाना पुलिस ओवैसी के इशारे पर काम कर रही है, क्योकि ओवैसी ने टी राजा की जमानत पर सवाल उठाये थे, वही टी राजा का भी आरोप है कि तेलंगाना पुलिस ओवैसी के इशारे पर काम कर रही है। राजनीतिक जानकारों का मानना हेै कि ऐसे हालातों में भाजपा आलाकमान निलंबित विधायक टी राजा को पार्टी से निकाल कर किसी भी हालत में हिन्दुत्व एजेंडे पर अपनी पकड़ को कमजोर नही करेगा, इसलिए विवादित बयान पर विधायक टी राजा की सफाई से भाजपा आलाकमान संतुष्ट होना लगभग तय है। भाजपा तेलंगाना में सरकार बनाने के लिए लिए हर संभव कोशिश कर रही है टी राजा के रूप में उन्हें उम्मीद की किरण भी नजर आने लगी है, जिसे वह किसी भी हालत में बुझने नही देगी।
जमानत के बाद गिरफ्तारी से यही संदेश गया कि तेलंगाना पुलिस ओवैसी के इशारे पर काम कर रही है
तेंलगाना विधानसभा चुनाव के पूर्व भाजपा विधायक टी राजा का विवादित बयान को लेकर जो हंगामा तेलंगाना में हो रहा है उससे निश्चित ही धु्रवीकरण की राजनीति की मजबूत जमीन तैयार हो रही है, जिस पर भाजपा आसानी से विपक्षी दलों को पराजित करती आ रही है। पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी पर भाजपा आलाकमान ने जरूर अपने विधायक टी राजा को निलंबित करके जवाब मांगा हेै कि उन्हें क्यों ना पार्टी से निकाल दिया जाये। कोर्ट ने पैंगम्बर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी पर जमानत दिये जाने के बाद तेलंगाना सरकार ने शांति व्यवस्था बनाये रखने के नाम पर पीसी एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया है। इस एक्ट के तहत की गई गिरफ्तारी में 24 घंटे के अंदर मजिस्ट्रेट के सामने पेश होने की बाध्यता भी नही रहती है, इसलिए निश्चित ही यह मुद्दे को भाजपा जम कर हवा देगी । राजनीतिक जानकारों का मानना है कि टी राजा के भाजपा के निलंबन के पूर्व ही तेलंगाना सरकार द्वारा पीसी एक्ट के तहत उनकी गिरफ्तारी के रूप में ट्रंप कार्ड दे दिया है, जिसका उपयोग वह धु्रवीकरण के लिए आसानी से कर सकती है। विधायक टी राजा पहले ही तेलंगाना पुलिस पर ओवैसी के इशारे काम करने का आरोप लगा चुके है इस गिरफ्तार से उनके आरोपों को बल ही मिला। ओवैसी काऊ बेल्ट में भी धु्रवीरकण की जमीन तैयार करने में भाजपा के सहायक के रूप में ही काम करते दिखाई दे रहे हेै। भाजपा तेलंगाना में भी उनका उपयोग अपने हिसाब से करती दिखाई दे रही है।
भाजपा तेलंगाना में सरकार बनाने के जो सपने बून रही है, टी राजा की इस झोकें से हकीकत में भी तब्दिल होने की उम्मीद दिखाई देने लगी है, ऐसे हालातों में भाजपा आलाकमान किसी भी स्थिति में टी राजा को पार्टी से निलंबित करके हिन्दुत्व के अपने कोर एजेंडा पर सवाल नही उठने देगी। विधायक टी राजा की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थक भी सड़कों को उतर कर विरोध किया, जो स्पष्ट संदेश दे रहा हेै कि अभी तक टी राजा के समर्थक बैकफूट में थे लेकिन पीसी एक्ट के गिरफ्तारी के बाद वह फ्रंटफूट में आ गए।