- आम आदमी पार्टी के नेता समीर खान ने बस्तर संभाग के विभिन्न छात्रावासों में आदिवासी बच्चों की लगातार हो रही मौतों पर गहरी चिंता और आक्रोश व्यक्त किया है। नारायणपुर, दंतेवाड़ा और बालाटिकरा छिंदगढ़ सहित अन्य क्षेत्रों में अज्ञात बीमारियों और अन्य संदिग्ध परिस्थितियों में बच्चों की मौतें बेहद गंभीर समस्या हैं।
- समीर खान ने कहा कि यह राज्य सरकार की लापरवाही और प्रशासन की उदासीनता का परिणाम है। आदिवासी बच्चों की मौतें राज्य सरकार की नीतियों और प्रबंधन की विफलता को उजागर करती हैं।
- उन्होंने कहा, “छात्रावासों में रहने वाले मासूम बच्चों के साथ क्या हो रहा है? यह सवाल हर नागरिक के मन में उठ रहा है। क्या बच्चों के स्वास्थ्य की अनदेखी हो रही है? क्या इनके साथ कोई गलत व्यवहार हो रहा है? इन सवालों का जवाब जनता को मिलना चाहिए।”
- आम आदमी पार्टी ने इन घटनाओं की सीबीआई जांच की मांग की है ताकि इन मौतों के पीछे की सच्चाई सामने आ सके।
समीर खान ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में आदिवासी बच्चों की सुरक्षा पर ध्यान न देना और इस पर कोई ठोस कार्रवाई न करना बेहद निंदनीय है। यह न केवल राज्य सरकार बल्कि हमारे जनप्रतिनिधियों की भी असंवेदनशीलता को दिखाता है। - आम आदमी पार्टी इस प्रकार की घटनाओं की कड़ी निंदा करती है और मांग करती है कि:
- 1. इन मौतों की निष्पक्ष और गहन जांच सीबीआई से करवाई जाए।
- 2. छात्रावासों में रहने वाले बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए तुरंत ठोस कदम उठाए जाएं।
- 3. प्रशासन और राज्य सरकार इस मामले में अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करे और दोषियों को कड़ी सजा दिलवाए।
- आम आदमी पार्टी मीडिया के माध्यम से जनता को जागरूक करने और इस मुद्दे को हर मंच पर उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।
- समीर खान
नेता, आम आदमी पार्टी