*मुक्ति मोर्चा के धरने में गुंजा बस्तर में बेरोजगारी के साथ एनएमडीसी के वादा खिलाफी का मुद्दा,,बस्तर की कोने से कोने से आए सैकड़ो कार्यकर्ता पदाधिकारी ने लिया हिस्सा*,,,,,,,,,,,,*बस्तर से ओम मरकाम की रिपोर्ट*
*मांगों पर उचित कार्यवाही नहीं तो घेराव और बंद -नवनीत चांद*
*जगदलपुर:::::::::::::आज मुक्ति मोर्चा द्वारा बस्तर में बेरोजगारों के अधिकार एवं हित व रोजगार के भीषण संकट के साथ बस्तर विकास के अन्य मुद्दों को लेकर एनएमडीसी के वादा खिलाफी को लेकर मोर्चा के प्रमुख संयोजक एवं नेता के नेतृत्व में तय कार्यक्रम के अनुसार एक दिवसीय धरना दिया गया ।
अपने मांगों का कमिश्नर के माध्यम से प्लांट के प्रबंधक के नाम ज्ञापन भी सोपा गया ।
इस समय बस्तर के समूचे लोकसभा क्षेत्र से मोर्चा के सभी पदाधिकारी एवं सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।
प्रधानमंत्री भारत सरकार एवं मिनिस्ट्री ऑफ स्टील के आदेशानुसार एनएमडीसी नगरनार स्टील प्लांट द्वारा प्लांट में आवश्यक रिक्त पदों एवं स्वरोजगार-रोजगार में बस्तर के शिक्षित बेरोजगारों को प्राथमिकता की अनिवार्यता को पूरा करने के लिए, मुक्ति मोर्चा के प्रमुख संयोजक एवं बस्तर के नेता श्री नवनीत चंद ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के बस्तर दौरे पर बस्तरवासियों की 3200 एकड़ जमीन अधिग्रहण कर 24000 करोड़ की लागत से निर्मित एनएमडीसी प्लांट के उद्घाटन के दरम्यान बस्तरवासियों को आश्वस्त करते हुए यह घोषणा की गई थी ।
एनएमडीसी स्टील प्लांट नगरनार में रिक्त 7000 पदों की भर्तियाँ एवं सहायक उद्योग व स्वरोजगार के निविदाओं में उत्पन्न लगभग 30000 रोजगार के अवसर पर बस्तर के शिक्षित व अशिक्षित बेरोजगारों का अधिकार होगा।
उन्होंने कहा कि बस्तर की जमीन लोहा व तमाम प्राकृतिक संसाधन हजारों सालों से हम मूल निवासी बस्तरवासियों का है।
परंतु विडंबना है की पाँचवी अनुसूची के अंतर्गत ग्रामसभा में एवं राज्य सरकार व एनएमडीसी के बीच हुए एमओयू में किए गए शर्तों का खुला उल्लंघन कर एनएमडीसी नगरनार स्टील प्लांट प्रबंधन द्वारा रोजगार सहित तमाम मुद्दे पर वादाखिलाफी किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर बस्तर हित में मांगो की पूर्ति नहीं होती है तो मोर्चा बंद और घेराव जैसे कार्य करने सड़क पर उतरने विवश होगी।
मोर्चा नेता कोडागाव शंकर नेताम, चित्रकोट के नेता भरत कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश की सरकार के द्वारा पंजीकृत शिक्षित बेरोजगारों के रिकार्ड में बस्तर संभाग के लगभग ढाई लाख शिक्षित हैं जो बेरोजगार हैं।
दंतेवाड़ा मोर्चा नेता बेला,सुकमा के पी प्रसाद राजू ,बस्तर के नीलांबर भद्रे ,नीलांबर सेठिया ,जगदलपुर के प्रिया यादव, रामू नाग, श्री नाग ने कहा कि बस्तर वासियों ने इस प्लांट की सहमति उस शर्त पर दी थी जब एनएमडीसी प्लांट एवं सरकार द्वारा हम स्थानीय निवासियों को यह बताया गया की यह प्लांट बस्तर के लगभग तीस हजार परिवारों को रोजगार प्रदान करेगा।
बस्तर वासियों के लिए प्लांट द्वारा सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल भी खोले जाएंगे।
स्वरोजगार के लिए एनएमडीसी यथा संभव मदद प्रदान करेगा।
बस्तर के गाँव और शहर आने वाले समय में तरक्की करेंगे परंतु आज तक कितना हुआ सब सामने है।
आज इस धरना प्रदर्शन द्वारा बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के मंच के माध्यम से बस्तरवासी द्वारा आपके द्वारा किए गए वायदें को ही अपनी मांग में शामिल कर ज्ञापन दिया जा रहा है।
निम्नलिखित मांगों को लेकर धरना दिया गया :- एनएमडीसी नगरनार स्टील प्लांट में रिक्त सभी पदों पर पारदर्शिता पूर्वक बस्तर के बेरोजगारों की भर्ती की जाए ।,
अतिरिक्त बेरोजगारों के स्वरोजगार की व्यवस्था की जाए।
बस्तरवासियों के बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए तत्काल सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल का निर्माण शुरू किया जाए।
बस्तरवासियों के लिए जगह जगह पर अत्याधुनिक पुस्तकालय एवं अत्याधुनिक स्पोर्ट्स एकेडमी का निर्माण किया जाए।
एनएमडीसी नगरनार स्टील प्लांट के किसी भी विभाग में किसी भी स्तर पर निकाले गए निविदाओं में बस्तर के स्थानीय ठेकेदार अथवा कंपनी को दिया जाना सुनिश्चित किया जाए।
इस दौरान सौरभ झा,भरत कश्यप,राजू राव,चामसिंह कश्यप, शंकर नेताम, बेला तेलम,निलाम्बर सेठिया,निलाम्बर भद्रे,प्रिया यादव,ओम मरकाम,पीएल विश्वकर्मा,आसाराम कर्मा, सुकदेव कर्मा सहित सैकड़ों पदाधिकारियों उपस्थित थे।