*आदिवासी छात्र युवा संगठन ने छत्तीसगढ़ के सभी….आर.एल.कुलदीप की रिपोर्ट:-*
कांकेर/पखांजूर:-
आदिवासी छात्र युवा संगठन ने छत्तीसगढ़ के सभी।शासकीय शिक्षण संस्थाओं में किसी धर्म विशेष की पूजा अर्चना ,मंदिर बनाना प्रतिबंधित आदेशित जारी करने की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री छ. ग शासन रायपुर, काँकेर कलेक्टर ,जिला शिक्षा अधिकारी के नाम अनुविभागीय अधिकारी पखांजूर को सौंपा ज्ञापन ।
आदिवासी प्री.मैट्रिक बालक छात्रावास छोटेबेटिया के छात्रों को शिक्षक हिमांशु साहू ने सरस्वती पूजा में शामिल नहीं से बच्चों को स्कूल में राष्ट्रगान से बाहर किया गया और मारपीट की गई और कहा गया कि आदिवासी बच्चे अगर सरस्वती देवी को नहीं मानेंगे तो मैं नहीं पढ़ाऊंगा । बच्चों को जबरन सरस्वती देवी को मानने के लिए बाध्य किया गया।
आदिवासी छात्र युवा संगठन ने मांग कि हैं कि आदिवासी छात्रों को मार पीट करने वाले जबरन सरस्वती देवी को मानने के लिए बाध्य करने वाले शिक्षक हिमांशु साहू और छात्रों के ऊपर दबाव बनाने वाले महेश कुमार सिन्हा पर जाँच कर तत्काल कार्यवाही की जाए।
संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 28 कहती हैं कि सरकारी खर्च से चलने वाले स्कूल में किसी भी धार्मिक कार्यक्रम नहीं कर सकते हैं और किसी भी धार्मिक क्रियाकलापों व धर्म का प्रचार नहीं कर सकते ।कोई भी सरकारी कॉलेज स्कूलों में किसी भी धर्म की देवी की पूजा अर्चना नहीं कर सकते ।इस प्रकार अगर कोई इस तरह करता है तो वह अनुच्छेद 28 की उल्लंघन हैं।
भारतीय संविधान
के अनुच्छेद 28 का पालन करते हुए छत्तीसगढ़ के सभी शासकीय शिक्षण संस्थाओं में किसी धर्म विशेष की पूजा अर्चना मंदिर बनाने प्रतिबंधित करने का आदेशित करने तथा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छोटेबेटिया में स्थापित सरस्वती देवी की मंदिर हटाये जाने की मांग की गई हैं।
ज्ञापन देते समय निम्न पदाधिकारी उपस्थित थे–संगठन के प्रमुख अध्यक्ष राजेश नुरुटी ,विनोद कुमेटी महामंत्री, संगीता दुग्गा सचिव, सुनील सलाम, सविता नरेटी सर्कल सचिव, भूमिका नवगो, पिंकी कुमेटी, सनोती मंडावी, दीपिका दुग्गा, अनिता कोर्राम आदि।