*नियमितिकरण की मनोकामना लेकर पदयात्रा कर रहे संविदाकर्मी*,,,,,,,,*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*

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*नियमितिकरण की मनोकामना लेकर पदयात्रा कर रहे संविदाकर्मी*,,,,,,,,*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*

रायपुर:::::::: छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले 54 विभागों के 45 हजार संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की मनोकामना को लेकर संविदा कर्मचारियों ने पदयात्रा की शुरुआत की है। पदयात्रा में बड़ी तादात में महिला संविदा कर्मचारी और छोटे बच्चों को लेकर माताएं शामिल है।

राजकीय गीत की शुरुआत से की गई पदयात्रा में संविदा कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर मनोकामना पूर्ण करने माता कौशिल्या मंदिर जायेंगे।

मंदिर हसौद के टोल गेट से यात्रा प्रारंभ कर कौशिल्या धाम चदखुरी के लिए सुबह 10 बजे पदयात्री निकले। दोपहर होते होते इनकी संख्या 10 हजार के पार हो गई।

*मां तुझे सलाम*
पदयात्रा में कई मार्मिम पल देखने को मिले। छोटे छोटे बच्चों को लेकर माताएं अपने और बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए पदयात्रा कर रही है। इस भावुक क्षण ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा।

महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष कौशलेष तिवारी ने बताया कि नियमितीकरण को लेकर 2018 में अनिश्चितकालीन हड़ताल की गई थी और उस हड़ताल के दौरान आकर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने सरकार बनने की स्थिति में 10 दिन के भीतर नियमितीकरण का वादा किया था, जो आज तक पूरा नहीं हुआ है।

अपने नियमितकरण की मनोकामना के लिए माता कौशल्या और भगवान श्री राम से गुहार लगाएंगे. विगत कुछ समय में राजस्थान, ओड़िशा, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब आदि राज्यों में संविदा कर्मचारियों को नियमित किया गया है।

इससे प्रदेश के संविदा कर्मचारी भी आशान्वित हैं कि चुनावी वर्ष में इनकी निर्णायक संख्या को देखते हुए सरकार इनके नियमितीकरण के लिए कोई ना कोई कदम जरूर उठाएगी. साल 2018 के चुनावों में इन संविदा कर्मचारियों और इनके परिजनों ने कांग्रेस के पक्ष में एकतरफा मतदान किया था और कांग्रेस की बंपर जीत और स्पष्ट बहुमत लाने में अहम भूमिका निभाई थी. अब चार साल बीतने पर भी इनका नियमितीकरण नहीं होने से इनमें रोष है।

वहीं कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सिन्हा, सचिव श्रीकांत लाश्कर और टीकम चंद कौशिक ने बलरामपुर सहित सरगुजा के अन्य जिलों के और महासंघ के सूरज सिंह ने दंतेवाड़ा सहित बस्तर के अन्य जिलों के संविदा कर्मचारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली और एक-एक संविदा कर्मचारी की उपस्थिति को महत्वपूर्ण बताते हुए सबसे उपस्थिति के लिए आग्रह किया।

महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सिन्हा और अशोक कुर्रे ने बताया कि अब 2023 के चुनावों में एक वर्ष से भी कम समय बचा है, इसलिए महासंघ ने ठाना है कि अभी नहीं तो कभी नहीं।

इसके लिए हमें जिस स्तर तक जाना पड़े हम जाएंगे।

सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ की तैयारियों और संकल्पों को देखते हुए यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि देश के अन्य कई राज्यों की तरह प्रदेश के संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण अब दूर नहीं है।

महासंघ के जिला संयोजक रायपुर शेख मुस्तकीम परमेश्वर कौशिक, भगवती शर्मा तिवारी, मानसिंह चौहान, दिनेश कुमार, संतोष देवांगन, करन कुमार भी उपस्थित रहे।

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