** होली का तोहफा नहीं मिला छत्तीसगढ़ के पेंशनरों को भूल गई सरकार पेंशनरों को होली के पूर्व महंगाई राहत का लाभ देना ।**,,,,,,
,,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,
01 होली का तोहफा नहीं मिला छत्तीसगढ़ के पेंशनरों को :_
02 वित्त मंत्री की घोषणा से केवल नियमित कर्मचारियों को ही मिला 3% महंगाई भत्ते का लाभ:_
03 फिर एक बार भूल गई सरकार पेंशनरों को जिससे छा गई निराशा :_
बीजापुर,,,,,,
भूल गई सरकार पेंशनरों को होली के पूर्व महंगाई राहत का लाभ देना । 3% महंगाई भत्ते का आदेश कर शासन ने नियमित कर्मचारियों को तो होली का तोहफा दिया किंतु बुजुर्ग पेंशनरों को केवल निराशा हाथ लगी । जिससे रंगों का त्योहार होली बुजुर्गों के लिए बदरंग हो गया ।
उक्त बातें भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ बस्तर संभाग के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय मंत्री राम नारायण ताटी ने प्रेस को जारी बयान में कही ।
श्री ताटी ने कहा अविभाजित मध्यप्रदेश के समय कर्मचारियों एवं पेंशनरों के महंगाई भत्ता एवं राहत का आदेश एक साथ हुआ करता था । छत्तीस गढ़ प्रांत का अलग होना एक तरह से पेंशनरों के लिए अभिशाप हो गया ।
छत्तीसगढ़ के साथ उत्तराखंड एवं झारखंड प्रांत बने किंतु प्रांत विभाजन के बाद उन प्रांतों में मध्यप्रदेश पुनर्गठन अधिनियम की धारा 49 ( 6 ) की तरह ऐसी कोई धारा नहीं जोड़ी गई जिससे कि पेंशनरों को महंगाई राहत देने के मामले में एक दूसरे प्रांत की आपसी सहमति आवश्यक हो ।
पता नहीं छत्तीसगढ़ प्रांत में ही इस तरह की धारा को क्यों जोड़ा गया !
जिसका खामियाजा आज बेकसूर पेंशनर भोग रहे हैं।
श्री ताटी ने कहा उम्मीद है सरकार इस धारा को विलोपित करने की दिशा में शीघ्र कारगर कदम उठायेगी जिससे पेंशनरों की पीड़ा दूर हो सके ।
प्रेस विज्ञप्ति जारी करने वालों में आर एन ताटी, किशोर कुमार जाधव, अब्दुल सत्तार खान, रमापति दुबे , आनिध्य कुमार बागची ,शिव प्रसाद मिश्रा ,आर एस पांडे , एस पी ठाकुर,दिनेश कुमार सतमन , एस डी माझी , धरम सिंह ठाकुर ,सरोज साहू ,शुभ्रा कुंडू , जयमनी ठाकुर,सुकरी बघेल ,मीता मुखर्जी एवं राधा पामभोई शामिल हैं ।